Independence Day 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तमाम जरूरी मुद्दों का जिक्र किया. उन्होंने 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर युवाओं को भी सीना ठोककर भरोसा दिया और बड़ी अपील की. पीएम ने युवाओं से इनोवेशन को लेकर बात कही और कहा कि आप हमें आइडिया दीजिए, साथ ही पीएम ने आत्मनिर्भर भारत बनाने की तरफ जोर दिया.
पीएम की युवाओं से अपील
पीएम मोदी ने देशभर के युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, आइए इनोवेटिव आइडिया लेकर आएं. अपने आइडिया को मरने मत देना दोस्तों. आज का आपका आइडिया हो सकता है आने वाली पीढ़ी का भविष्य बना दें. मैं आपने साथ खड़ा हूं. मैं आपके लिए काम करने तैयार हूं. मैं आपका साथी बनकर काम करने को तैयार हूं. पीएम मोदी ने कहा कि विश्व में भारत का लोहा मनवाना है.
ये बड़े सपने देखने का अवसर है
पीएम मोदी ने कहा कि ये आगे बढ़ने का अवसर है, बड़े सपने देखने का अवसर है, संकल्प के लिए समर्पित होने का अवसर है. जब सरकार आपके साथ है और मैं आपके साथ हूं, तब हम नया इतिहास बना सकते हैं. पीएम ने कहा कि जो युवा मैन्युफैक्चरिंग के बारे में सोचते हैं, वो आगे आइए. जो युवा सरकार के नियमों में बदलाव चाहते हैं, वो मुझे बताइए. 2047 दूर नहीं है, एक-एक पल की कीमत है और हम एक भी पल गंवाना नहीं चाहते हैं.
आत्मनिर्भर भारत की बात
अमेरिका से ट्रेड को लेकर मिल रही धमकियों के बीच अब भारत का फोकस मेड इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पर है. इसे लेकर पीएम मोदी ने बड़ी अपील करते हुए कहा, गुलामी ने हमें निर्भर बना दिया, औरों पर हमारी निर्भरता बढ़ती रही. हम सब जानते हैं कि आजादी के बाद कोटि कोटि जनों का पेट भरना बड़ी चुनौती थी. लेकिन यही वे किसान हैं, जिन्होंने खून पसीना एक कर देश के अनाज के भंडार भर दिया. देश को आत्मनिर्भर बना दिया. एक राष्ट्र के लिए आत्मसम्मान की सबसे बड़ी कसौटी, आज भी इसकी आत्मनिर्भरता है. मेरे प्यारे देशवासियों विकसित भारत का आधार भी आत्मनिर्भर भारत है. जो दूसरों पर ज्यादा निर्भर रहता है, उसकी आजादी पर उतना ही बड़ा प्रश्नचिह्न लग जाता है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आत्मनिर्भर होने के लिए हर पल जागरूक रहने की जरूरी है. आत्मनिर्भरता का नाता सिर्फ आयात और निर्यात, रुपया, पैसा, पाउंड डॉलर तक नहीं है, इतना सीमित अर्थ उसका नहीं है. आत्मनिर्भरता का नाता हमारे सामर्थ्य से जुड़ा है. जब आत्मनिर्भरता खत्म होने लगती है, तो सामर्थ्य भी क्षीण होने लगता है. इसलिए हमारे सामर्थ्य को बचाए और बनाए रखने लिए आत्मनिर्भर होना बहुत जरूर है.