- भारत में स्वतंत्रता दिवस पर हर घर तिरंगा अभियान के तहत लाखों लोगों ने अपने घरों और वाहनों पर तिरंगा लगाया.
- नेशनल फ्लैग कोड के अनुसार तिरंगे को उतारने के बाद जमीन पर नहीं रखना चाहिए और सम्मान के साथ संभालना आवश्यक है.
- तिरंगे को फोल्ड करते समय केसरिया और हरी पट्टी को पीछे मोड़कर सफेद पट्टी और अशोक चक्र ऊपर रहना चाहिए.
Independence Day 2025: आज पूरा देश आजादी का जश्न मना रहा है. पिछले कुछ दिनों से हर घर तिरंगा अभियान के तहत लाखों लोगों ने अपने घरों पर अपना राष्ट्रध्वज तिरंगा लगाया. बहुत सारे लोग अपने वाहनों में भी तिरंगा झंडा लगाते हैं और देशभक्ति अभिव्यक्त करते हैं. राष्ट्रध्वज को फहराने, उसे उतारने से लेकर संभाल कर रखने और डिस्पोज करने तक के नियम तय हैं. इसके लिए बकायदा नेशनल फ्लैग कोड बनाया गया है. स्वतंत्रता दिवस और ऐसे ही अन्य मौकों पर केवल तिरंगा झंडा फहराना ही हमारी जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसका सम्मान करना भी हमारा कर्तव्य है.
तिरंगे का सम्मान हमारा कर्तव्य
नेशनल फ्लैग कोड के मुताबिक, तिरंगे को उतारने के बाद भूल से भी इसे जमीन पर नहीं रखना चाहिए. इसे शांति और पूरे सम्मान के साथ धीरे-धीरे उतारने के बाद सलीके से फोल्ड कर के संभाल कर रखना चाहिए. इसको लेकर कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री की ओर से भी गाइड किया गया है.
तिरंगे को ऐसे फोल्ड कर रखें
तिरंगे को पूरे सम्मान के साथ उतारने के बाद इसे सलीके से फोल्ड करना चाहिए. सबसे पहले तिरंगे को हॉरिजॉन्टल रखना है.
नियमों के अनुसार, इसे आड़ा करके केसरिया और हरे रंग की पट्टी को पीछे की तरफ इस तरह से मोड़ा जाता है कि सफेद रंग और अशोक चक्र ऊपर रहे.
इसके बाद अशोक चक्र के दोनों तरह की सफेद पट्टी को भी इस तरह पीछे मोड़ा जाता है, जिससे ऊपर सिर्फ अशोक चक्र दिखाई दे.
अब इस झंडे को सम्मान के साथ संभालकर रखा जाता है. झंडे को फोल्ड करने की इस प्रक्रिया के दौरान खास ध्यान रखना चाहिए कि झंडा, जमीन को न छुए.
ये बातें भी ध्यान में रखें
राष्ट्रध्वज पर कोई दूसरी फोटो या पेंटिंग नहीं बनी होनी चाहिए.
कभी भी फटा हुआ और मैला झंडा नहीं फहराया जाना चाहिए.
अगर झंडे का रंग फीका पड़ गया है, केसरिया या हरा हल्का हो तो इसे नहीं फहराना चाहिए.
जहां राष्ट्रध्वज फहराया जा रहा है, वहां ये सबसे ऊपर होना चाहिए.
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