ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय स्थित जाने-माने रॉयटर इंस्टीट्यूट के एक सर्वेक्षण में NDTV समाचारों से जुड़ी दोनों तरह की दुनिया - ऑफ़लाइन और ऑनलाइन - में अपने प्रभाव को बढ़ाते हुए शीर्ष पर दर्ज किया गया है. सर्वेक्षण में पाया गया कि NDTV 24X7 लगातार चौथी बार भारत का सबसे ज़्यादा देखा जाने वाला समाचार चैनल है, और ndtv.com भारत की सबसे लोकप्रिय समाचार वेबसाइट है.
रॉयटर इंस्टीट्यूट की डिजिटल न्यूज़ रिपोर्ट 2024 के मुताबिक, टेलीविज़न (TV), रेडियो और प्रिंट से जुड़े समूचे मीडिया जगत में NDTV का साप्ताहिक इस्तेमाल 33 फ़ीसदी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, बिल्कुल इसी तरह ndtv.com भी 27 फ़ीसदी साप्ताहिक इस्तेमाल के साथ अपने प्रतियोगियों से कहीं आगे है.
अध्ययन के लिए प्रयुक्त पद्धति की जानकारी देते हुए रॉयटर इंस्टीट्यूट का कहना है, "यह डेटा भारत में मुख्य रूप से अंग्रेज़ी बोलने वाले, ऑनलाइन समाचार उपयोगकर्ताओं - बड़े, ज़्यादा विविधता वाले मीडिया बाज़ार का छोटा समूह - के सर्वेक्षण पर आधारित है... इसके ऑनलाइन सर्वेक्षण के निष्कर्ष समूचे देश के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते, और TV तथा प्रिंट जैसे पारम्परिक मीडिया की अहमियत को वास्तविकता से कम दिखाते हैं..."
संस्थान ने जानकारी दी है कि उनके सर्वेक्षण में पाया गया है कि नई पीढ़ी के भारतीयों के लिए समाचारों का मुख्य स्रोत आमतौर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म होते हैं. अध्ययन में पाया गया कि जवाब देने वाले लगभग आधे लोग हर सप्ताह समाचारों के लिए YouTube (54 फ़ीसदी) और WhatsApp (48 फ़ीसदी) का इस्तेमाल करते हैं, जबकि Facebook और X (अतीत में ट्विटर) की लोकप्रियता कम हो रही है.
बहरहाल, सर्वेक्षण के अनुसार, NDTV जैसे प्लेटफ़ॉर्म युवाओं, शहरियों, और ज़्यादातर अंग्रेज़ी बोलने वाले लोगों के बीच अपनी ऑफ़लाइन और ऑनलाइन पेशकशों के लिए बड़ी दर्शक संख्या पा रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया, "पिछले कुछ सालों में समाचारों में रुचि में सामान्य तौर पर गिरावट आने के बावजूद, इस सर्वे में शामिल लोगों के लिए प्रिंट (40 फ़ीसदी) और TV (46 फ़ीसदी) समाचारों तक पहुंच बनाने के लिए लोकप्रिय प्लेटफ़ॉर्म बने हुए हैं..."
सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि भारतीय पाठकों / दर्शकों को समाचार स्रोत के रूप में NDTV ब्रांड पर बहुत भरोसा है.
रिपोर्ट में खासतौर पर बताया गया है कि जो पक्षपाती कमर्शियल ब्रॉडकास्टर और स्वतंत्र डिजिटल पोर्टल सत्ता में विराजे लोगों की आलोचना नहीं करते या ज़रूरत से ज़्यादा आलोचना करते हैं, उन पर सर्वे में शामिल होने वाले भरोसा नहीं करते हैं.
सबसे तेज़ व सबसे विश्वसनीय समाचार कवरेज के लिए हम पर भरोसा करने के लिए हम आपके आभारी हैं.