कर्तव्य के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले अग्निवीरों के परिवारों को सरकार की ओर से एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि मिलेगी. सेना के सूत्रों ने यह जानकारी दी है. सूत्रों के अनुसार, ड्यूटी के दौरान अपनी जान देने वाले अग्निवीर के निकटतम परिजन को गैर-अंशदायी बीमा के रूप में 48 लाख रुपये और मुआवजे के रूप में 44 लाख रुपये मिलेंगे. साथ ही अग्निवीर द्वारा योगदान की गई सेवा निधि का 30 प्रतिशत और सरकार द्वारा समान योगदान और उस पर ब्याज के साथ यह राशि दी जाएगी.
सेना के सूत्रों ने बताया कि अपनी ड्यूटी निभाते हुए जान गंवाने वाले अग्निवीर के परिजनों को उसकी मृत्यु की तारीख से चार साल की अवधि पूरे होने तक शेष कार्यकाल के लिए भी वेतन (13 लाख से अधिक) मिलेगा. वहीं आर्म्ड फोर्सेज बैटल कैजुअल्टी फंड से भी 8 लाख रुपये का योगदान किया जाएगा.
हाल ही में अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण नाम के एक ऑपरेटर की सियाचिन ग्लेशियर के खतरनाक इलाकों में ड्यूटी के दौरान जान चली गई थी, महाराष्ट्र के रहने वाले लक्ष्मण पहले अग्निवीर हैं जिनका ड्यूटी के दौरान निधन हो गया था.
भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है. साथ ही कहा है कि अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण ने कर्तव्य निभाते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया. दुख की इस घड़ी में राष्ट्र शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है.
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