सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) के बाद काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने ऐलान किया है कि वह कक्षा 12वीं (ISC) के परिणाम की घोषणा 31 जुलाई 2021 तक कर देगा. बता दें, ICSE का कहना है कि परिणाम की घोषणा 20 जुलाई के बजाय 31 जुलाई से पहले होगी. वहीं आईएससी रिजल्ट 2021 (CISCE ISC Result 2021) को तैयार करने में कक्षा 12वीं के साथ-साथ कक्षा 11वीं के इंटर्नल मार्क्स को भी जोड़ा जा सकता है.
बता दें, आज ही CBSE ने आज सुप्रीम कोर्ट को बताया कि कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए मूल्यांकन मानदंड कक्षा 10 और कक्षा 11 के परिणामों पर आधारित होगा. CBSE ने कहा कि 12वीं का कुल अंक पिछली परीक्षाओं के प्रदर्शन पर आधारित होंगे और परिणाम 31 जुलाई तक जारी कर दिए जाएंगे. बता दें, SC ने CBSE और ICSE को अपनी वेबसाइटों पर मूल्यांकन योजना अपलोड करने का निर्देश दिया है.
याचिकाकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाली वकील ममता शर्मा ने कहा कि CISCE के कक्षा 12वीं ISC के परिणाम 31 जुलाई तक भी आने की उम्मीद है.
ये है कक्षा 12वीं ISC स्कोर की गणना के लिए CISCE फॉर्मूला
- कक्षा 10 ICSE बोर्ड परीक्षा में अंक
- प्रोजेक्ट और प्रैक्टिकल कार्य के आधार पर मूल्याकांन किया जाएगा.
- कक्षा 11वीं और 12वीं में स्कूली परीक्षा में प्राप्त सर्वश्रेष्ठ अंक के आधार पर
- पिछले 6 वर्षों में स्कूल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
- दिलचस्प बात यह है कि 2015 से 2020 के आंकड़ों पर विचार करने के बाद CISCE इस पर पहुंचा है.
CBSE कक्षा 12वीं परिणाम योजना की तरह CISCE फॉर्मूला, बोर्ड परीक्षाओं में भी स्कूल के पिछले प्रदर्शन पर विचार करता है. 2021 के लिए कक्षा 12 के ISC अंकों की गणना के लिए, बोर्ड 2015 से 2020 तक स्कूलों के प्रदर्शन का अध्ययन करेगा.
बता दें, इस महीने की शुरुआत में कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा 2021 को रद्द करने का निर्णय लेने के बाद, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSRE) और CISCE आज सुप्रीम कोर्ट को वैकल्पिक मूल्यांकन मानदंड का विवरण प्रस्तुत कर रहे हैं.
CBSE ने मूल्यांकन मानदंड पर फैसला करने के लिए शीर्ष अदालत से 04 सप्ताह का समय मांगा था, हालांकि अदालत ने बोर्ड को 02 सप्ताह के भीतर एक रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया था.
आपको बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने आज उन कुछ राज्यों को नोटिस जारी किया है जिन्होंने अभी तक कक्षा 12वीं की राज्य बोर्ड परीक्षा रद्द नहीं की है. 18 राज्यों ने अब तक 12वीं कक्षा की राज्य बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी हैं.