भारतीय वायुसेना 8 अक्टूबर को 89 साल की हो जाएगी. सालगिरह के दो दिन पहले गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर अपनी तैयारियों का जायजा लेगी. फुल ड्रेस रिहर्सल के मौके पर वायुसेना के एयरक्राफ्ट अपना दमखम दिखाएंगे. रफाल के साथ सुखोई, मिराज, जगुआर, मिग-29 और तेजस जैसे लड़ाकू विमानों के अलावा देसी हेलीकॉप्टर ध्रुव के साथ अमेरिका से खरीदे गए चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर भी फ्लाई पास्ट में हिस्सा लेंगे.
ट्रांसपोर्ट एयर क्राफ्ट सी-17 और सी-130 भी उड़ान भरेगा. राहत कार्यों की झलक मिलेगी. इसी विमान ने अफगानिस्तान में फंसे लोगों ने सुरक्षित निकाला था. डकोटा और टाइगर मोथ के जरिये वायुसेना 1971 के जंग की याद दिलाएगी. इस जंग के 50 साल पूरे हो चले है. वायुसेना के जाबांजों के बदौलत ही पाकिस्तान के टुकड़े कर बांग्लादेश बना था.
यह पूरा कार्यक्रम सुबह 8 बजे से करीब 11 बजे तक चलेगा. हालांकि, कोरोना की वजह से आम दर्शकों की मौजूदगी ना के बराबर होगी. बस दर्शकों के नाम पर हिंडन एयर बेस में वायुसेना के परिवार के ही लोग होंगे. इसके बावजूद दर्शकों को मजा तब आएगा जब वे हॉक की सूर्यकिरण टीम और ध्रुव की सारंग आसमान में हवाई करतब दिखाएगी.