केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने ममता बनर्जी के खिलाफ उनके ट्वीट पर हो रही आलोचनाओंपर पलटवार किया है. ट्विटर से पोस्ट हटाने के बाद सुप्रियो ने रविवार को अपनी प्रतिक्रिया दी. इससे पहले सुप्रियो ने तृणमू कांग्रेस के चुनावी स्लोगन
"बंगाल को चाहिए अपनी बेटी" का मजाक उड़ाते हुए एक पोस्ट साझा की थी, इसमें अमित शाह की बड़ी और और ममता बनर्जी की छोटी फोटो के साथ लिखा था, लड़की किसी और की अमानत होती है, उनकी विदाई कर देंगे." सुप्रियो ने इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया था और इसमें लिखा था कि हम उनकी विदाई कर देंगे.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने इस पोस्ट को शर्मनाक बताया था. इसके जवाब में सुप्रियो ने लिखा था, "जी हां डेरेक ये शर्म का विषय है कि टीएमसी नेताओं का दिवालियापन उजागर हो गया है. लोगों से मिलिए तो आपको पता चल जाएगा कि मांओं और बहनों के प्रति मेरी सद्भावना का डीएनए कितना मजबूत है, दीदी के लोग इनफीरियरिटी कांप्लेक्स के शिकार हैं.
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के डिलीट कर दिए गए ट्वीट ने विवाद खड़ा कर दिया है, तृणमूल कांग्रेस के नेता और पश्चिम बंगाल के मंत्रियों ने उनकी पोस्ट की आलोचना की है.आलोचनाओं का Facebook पर जवाब देते हुए सुप्रियो ने लिखा, सोशल मीडिया पर यह पोस्ट वायरल हो रही है... जिसे न तो मैंने बनाया और न ही यह मेरा बयान है. मेरी दो बेटियां हैं, लिहाजा मुझे किसी राजनीतिक पार्टी, फिर चाहे वह टीएमसी या कांग्रेस-लेफ्ट हो, से किसी तरह की नसीहत की जरूरत नहीं है.
"मंत्री ने लिखा, आप में से ज्यादातर लोग मेरे राजनीतिक करियर के बारे में जानते हैं और आपको पता है कि मेरी मानसिकता है. लेकिन हां हम सभी की टीम है, जो हमारे सोशल मीडिया अकाउंट को हैंडल करती है. लिहाजा कुछ पोस्ट विवाद पैदा करती हैं, जैसा कि इस मामले में हुआ. लेकिन इसे पूरी तरह राजनीतिक उद्देश्य के लिए गलत मतलब के साथ पेश किया गया और विवाद पैदा हुआ. लेकिन मैं मानता हूं कि ऐसे ट्वीट से विवाद पैदा हुआ, लेकिन क्या मैं इसके लिए अपनी जान दे दूं, कृपया मुझे सुझाव दीजिए,"