"मैं तो बस..." : हाथरस हादसे को लेकर पहली बार 'भोले बाबा' का आया रिएक्शन

हाथरस हादसे को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भोले बाबा ने कहा कि इस घटना के पीछे जो भी हैं उसे किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा. मैं अपने अनुयायियों से अपील करता हूं कि वो प्रशासन पर भरोसा रखें. दोषियों को जल्द ही सजा मिलेगी.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
हाथरस भगदड़ को लेकर भोले बाबा का आया पहला रिएक्शन, हादसे में गई थी 123 जानें
नई दिल्ली:

हाथरस भगदड़ को लेकर 'भोले बाबा' यानी सूरजपाल ने पहली बार कैमरे पर आकर अपनी बात रखी है. इस घटना को लेकर बाबा ने कहा कि वह इस घटना से बहुत ज्यादा दुखी है. सूरजपाल का कहना है कि लोगों को प्रशासन पर विश्वास रखना चाहिए. किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा. बाबा ने कहा कि दुख की इस घड़ी में प्रभु लोगों को इससे उबरने की शक्ति दें. सूरजपाल को उनके अनुयायी 'भोले बाबा' के तौर पर जानते हैं. हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ के बाद पहली बार सूरजपाल का बयान सामने आया है.

आपको बता दें कि हाथरस में दो जुलाई को भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए थे. इस हादसे को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने शोक भी व्यक्त किया था. वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस हादसे पर दुख जताते हुए उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन किया था. 

पांच जिलों में बने हैं भव्य आश्रम और ट्रस्ट के नाम पर करोड़ों की जमीन 

बीते दिनों NDTV की पड़ताल में पता चला था कि 'भोले बाबा' का उत्तर प्रदेश के कासगंज, मैनपुरी, आगरा, कानपुर और मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बड़े आश्रम हैं.  इनकी चल अचल संपत्ति 100 करोड़ से ज्यादा है. अकेले मैनपुरी के बिछवां आश्रम की जमीन की कीमत ही चार करोड़ के आसपास है. सूत्रों के मुताबिक विनोद नाम के एक सेवादार ने इतनी कीमती जमीन बाबा भोले के ट्रस्ट को दान में दे दी है. अब राजस्व विभाग इस जमीन की जांच कर रही है. आश्रम के सामने करीब 50 बीघे जमीन को भी 'भोले बाबा' ने लीज पर ली हुई है. 

Advertisement

बिछवां के इस जमीन पर आठ साल पहले करोड़ों की लागत से किलेनुमा एक भव्य आश्रम बनाया गया था. इस आश्रम में दर्जनों लग्जरी गाड़ियां खड़ी हैं और 'भोले बाबा' यहीं बीते डेढ़ साल से रहते हैं. ये आलीशान इमारत आश्रम के सबसे भीतरी परिसर में है. जहां तक जाने के लिए सेवादारों के कक्ष से होकर गुजरना पड़ता है. 

Advertisement

बाबा के भक्तों के नाम पर खरीदी गई दर्जनों गाड़ियां

आश्रम में एक आलीशान इमारत बनी है, उसके गेट पर ताला जड़ा है और चार गार्ड इसकी सुरक्षा में तैनात है. प्रताप सिंह नाम के गार्ड से जब एनडीटीवी ने पूछा इसके अंदर क्या बना है जो इतनी सुरक्षा की जा रही है तो उसने कहा कि उसे नहीं मालूम है क्योंकि कई साल से यहां ताला लगा है. कोई भी अंदर नहीं जा सकता है. बाबा भोले का आर्थिक सामराज्य उसके आध्यात्मिक संसार से कही ज्यादा रहस्यमयी और आलीशान है. इसके अलावा नारायण साकार हरि चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर सैकड़ों बीघा जमीन खरीदने की बात सामने आई है. ये भी पता चला है कि भोले बाबा के भक्तों के नाम पर करीब दर्जनों लग्जरी गाड़ियां भी खरीदी गई है.

Advertisement

वकील ने मुख्य आरोपी को लेकर दिया बड़ा बयान

इन सब के बीच जिस भोले बाबा के सत्संग के दौरान ये भगदड़ मची थी उसके वकील ने शुक्रवार को एक बड़ा बयान दिया था.  भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने दावा किया था कि हाथरस कांड के जिस मुख्य आरोपी पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा है, वो दिल का मरीज है. और फिलहाल अस्पताल में भर्ती होकर इलाज करवा रहा है. आपको बता दें कि पुलिस ने इस मामले को लेकर बीते दिनों जो एफआईआर की थी उसमें बाबा सेवादार देव प्रकाश मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया था. 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Chhattisgarh Naxal Encounter: Sukma में जवानों से मुठभेड़ में 10 नक्सलियों के मारे जाने की खबर