महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार की ओर इशारा करते हुए शुक्रवार को कहा कि अगर वह 'वरिष्ठ' नेता के बेटे होते तो आसानी से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष बन जाते. अजित पवार ने उन आरोपों को भी सिरे से खारिज कर दिया कि भ्रष्टाचार के मामलों ने उन्हें पाला बदलने के लिए विवश किया. राकांपा के अध्यक्ष अजित पवार ने महाराष्ट्र में पिछले साल शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल होने के लिए अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी थी.
अजित पवार ने यहां पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उन पर शरद पवार द्वारा स्थापित पार्टी को 'चोरी' करने का आरोप लगाया गया था, लेकिन भारत के निर्वाचन आयोग और महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया है और इस बात की पुष्टि की है कि अजित गुट ही असली राकांपा है.
उन्होंने अपने चाचा का नाम लिए बिना कहा, ‘‘ यदि मेरा जन्म वरिष्ठ नेता के घर हुआ होता तो मैं स्वाभाविक रूप से पार्टी का अध्यक्ष बन जाता, बल्कि पार्टी मेरे नियंत्रण में आ जाती. लेकिन, मैं भी आपके भाई के घर पैदा हुआ हूं. समूचा परिवार उनके विरूद्ध है किंतु पाटी कार्यकर्ता उनके साथ हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी बदनामी हुई. कहा गया कि हमने यह फैसला (भाजपा से हाथ मिलाने का) सिर्फ अपने खिलाफ जांचों को रोकने के लिए लिया. मैं पूछना चाहता हूं कि क्या हमारे साथ जो लोग हैं, उनमें से हर कोई जांच का सामना कर रहा है? ''
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग कभी मंत्री नहीं बने और इसलिए उन पर कभी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे. उन्होंने कहा, ‘‘ जब आप कभी मंत्री नहीं बने, तो आपके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप कैसे लगेंगे?...मेरे पास राज्य की जिम्मेदारी थी. जो लोग काम करते हैं, उन पर आरोप लगना तय है. जो लोग काम नहीं करते, उनका साफ रहना तय है.''
उल्लेखनीय है कि शरद पवार की बेटी और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने अभी तक कभी मंत्री पद नही संभाला है.
अजीत पवार ने दावा किया कि यदि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के लिए शरद पवार की पसंद को मान लिया होता तो उनकी सराहना हो रही होती. उन्होंने कहा, ‘‘किंतु मैं जब पार्टी का अध्यक्ष बन गया तो हमारे बारे मे कहा गया कि हम किसी भी काम के नही हैं.''
उन्होंने कहा कि वह बारामती से एक ऐसा उम्मीदवार खड़ा करेंगे जिसने पहले कभी चुनाव नहीं लड़ा हो किंतु इस उम्मीदवार के समर्थकों के पास पर्याप्त अनुभव होगा. पवार ने कहा कि लोगों को इस उम्मीदवार को यह मानकर वोट देना चाहिए जैसे कि वह स्वयं चुनाव में उतरे हो.