‘बच्चा आ गया भाई’: कोडवर्ड में चल रहा हैदराबाद का गांजा नेटवर्क, एक पति-पत्नी तो 4 साल के बेटे के साथ खरीदने पहुंचे

Hyderabad IT Hub ganja Distribution: एलीट एक्शन ग्रुप फॉर ड्रग लॉ एनफोर्समेंट (EAGLE) के अधिकारियों ने शनिवार को ऑपरेशन चलाया और 14 लोगों को गांजा खरीदते हुए पकड़ा. उन्हें उपचार और रिहैब के लिए नशा मुक्ति केंद्रों में भेजा गया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
हैदराबाद में गांजे की खरीद-फरोख्त के नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • हैदराबाद के गाचीबोवली में पुलिस ने गांजे की खरीद-फरोख्त के एक नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए 14 लोगों को गिरफ्तार किया है.
  • गिरफ्तार लोगों में आईटी कर्मचारी, ऑनलाइन बिजनेसमैन, आर्टिटेक, रियल एस्टेट सेल्स एग्जीक्यूटिव और छात्र शामिल हैं, जिन्हें नशा मुक्ति केंद्र भेजा गया.
  • ड्रग सप्लायर संदीप व्हाट्सएप पर कोडवर्ड "बच्चा आ गया भाई" के जरिए अपने 100 से अधिक ग्राहकों को गांजे के ताजे स्टॉक की जानकारी देता था.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही? हमें बताएं।

तेलंगाना के हैदराबाद में आईटी कॉरिडोर कहे जाने वाले गाचीबोवली में गांजे की खरीद-फरोख्त के नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है. इसे चलाने के लिए पुलिस ने ऑपरेशन चलाया था. पुलिस अधिकारी उस समय आश्चर्यचकित हो गए जब उन्होंने पाया कि एक पति-पत्नी अपने 4 साल के बच्चे के साथ गांजा खरीदने आए थे. अधिकारियों ने मां और बच्चे को तो जाने दिया, लेकिन पिता को पकड़ लिया जो गांजा के उपयोग के लिए पॉजिटिव पाया गया. खास बात है कि ड्रग लीडर अपने क्लाइंट को गांजा के ताजे स्टॉक कि जानकारी व्हाट्सएप मैसेज के जरिए देता था और वो भी एक खास कोडवर्ड के साथ- "बच्चा आ गया भाई."

हाल ही में लॉन्च किए गए एलीट एक्शन ग्रुप फॉर ड्रग लॉ एनफोर्समेंट (EAGLE) के अधिकारियों ने शनिवार को ऑपरेशन चलाया और 14 लोगों को गांजा खरीदते हुए पकड़ा. उन्हें उपचार और रिहैब के लिए नशा मुक्ति केंद्रों में भेजा गया है.

EAGLE के पुलिस अधीक्षक चेन्नुरी रूपेश ने एनडीटीवी को बताया कि वे महाराष्ट्र के अपराधी संदीप पर नजर रख रहे थे, जो गाचीबोवली इलाके में गांजा बेचता था. उनके ग्राहक आईटी क्षेत्र के कर्मचारी और प्राइवेट सेक्टर के अन्य कर्मचारी हैं.

EAGLE यूनिट ने जो खुफिया जानकारी जमा की है, उससे संकेत मिलता है कि संदिग्ध 100 पैकेटों में लगभग 5 किलोग्राम गांजा लेकर आया था. हर पैकेट का वजन 50 ग्राम था. उसने इनमें से हर पैकेट को 3,000 रुपये में बेचा. संदीप ने 100 से अधिक रेगुलर क्लाइंट का एक डेटाबेस बना रखा था. जब भी उसके पास कोई नया स्टॉक आता था तो वह अपने क्लाइंट को व्हाट्सएप पर एक कोडवर्ड भेजता था- "बच्चा आ गया भाई."

Advertisement

पुलिस ने ऐसे किया गांजा नेटवर्क का भांडाफोड़

शनिवार को, EAGLE के अधिकारी सिविल कपड़ों में एक बैंक के पास खड़े हो गए. यहीं पर अक्सर गांजा बेचा जाता था. दो घंटे के अंदर उन्होंने 14 लोगों को गांजा खरीदने की कोशिश करते हुए पकड़ लिया. ऑन-द-स्पॉट उनका यूरीन टेस्ट किया गया और सभी 14 गांजा के लिए पॉजिटिव पाए गए. यानी वे गांजा के नशे में थे.

Advertisement

अधिकारी यह देखकर हैरान रह गए कि एक कपल अपने 4 साल के बेटे के साथ गांजा खरीदने आया था. उसमें से पति गांजे के लिए पॉटिजिव पाया गया था. उसे पुलिस ने पकड़ लिया, उसकी पत्नी और बच्चे को जाने की अनुमति दी गई. दूसरे मामले में एक और कपल गांजा खरीदने आया था. दोनों का गांजा सेवन के लिए पॉजिटिव पाया गया.

Advertisement
पकड़े गए लोगों में एक ऑनलाइन बिजनेस मैन, एक आर्टिटेक, एक रियल एस्टेट फर्म में एक सेल्स एग्जीक्यूटिव, एक आईटी क्षेत्र का कर्मचारी और एक छात्र शामिल हैं. उन्हें नशा मुक्ति केंद्रों में भेजा गया है.

हालांकि संदीप गिरफ्तारी से बचने में कामयाब रहा. EAGLE की टीमें उसके सप्लाई नेटवर्क का पता लगाने के लिए उन 14 लोगों के फोन से जब्त किए गए व्हाट्सएप मैसेज, फोन नंबर और अन्य डिजिटल सबूतों का विश्लेषण कर रही है. पुलिस व्यापक नेटवर्क को उजागर करने के लिए 100 से अधिक ग्राहकों के जब्त किए गए डेटाबेस की जांच कर रही है. सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा, "EAGLE द्वारा आगे की कार्रवाई शुरू करने से पहले हम डेटाबेस में शेष 86 व्यक्तियों से खुद से नशामुक्ति उपचार लेने का आग्रह करते हैं."
 

Advertisement

Featured Video Of The Day
BREAKING: MP, Jharkhand, Karnataka, Guwahati और Patna High Court में Chief Justice की नियुक्ति
Topics mentioned in this article