हैदराबाद: ऑटो चालक ने यात्री का चुराया फोन, फिर बैंक अकाउंट से 1.95 लाख रुपए कर दिए साफ

एक वरिष्ठ नागरिक ने साइबर अपराध इकाई में शिकायत दर्ज कराई कि उनके खाते से 1,95,001 रुपये निकाल लिए गए हैं. आईटी अधिनियम और बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत तुरंत मामला दर्ज किया गया. 

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  • हैदराबाद साइबर अपराध इकाई ने यात्री का मोबाइल चुराकर बैंक खाते से 1.95 लाख रुपए से अधिक की धोखाधड़ी की.
  • आरोपियों मोहम्मद मोइनुद्दीन, मोहम्मद सैयद सलमान और मोहम्मद हुसैन को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
  • चोरी गई रकम का उपयोग गेमिंग प्लेटफॉर्म पर मनी लॉन्ड्रिंग में किया गया और पैसे तीनों आरोपियों में बांटे गए.
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हैदराबाद :

हैदराबाद साइबर अपराध इकाई ने एक 68 साल के यात्री का मोबाइल फोन चुराने और उसके बाद बैंक खाते से 1.95 लाख रुपए से अधिक के अनधिकृत लेनदेन की योजना बनाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 31 वर्षीय ऑटो चालक मोहम्मद मोइनुद्दीन, 21 वर्षीय कार चालक मोहम्मद सैयद सलमान उर्फ ​​सुल्तान और 32 वर्षीय सब्‍जी विक्रेता मोहम्मद हुसैन के रूप में हुई है. 

यह मामला उस वक्‍त दर्ज किया गया जब एक वरिष्ठ नागरिक ने साइबर अपराध इकाई में शिकायत दर्ज कराई और बताया कि 17 सितंबर को उप्पल से तरनाका जाते समय एक शेयर्ड ऑटो-रिक्‍शा में उनका फोन खो गया था. 

योजनाबद्ध तरीके से वारदात को दिया अंजाम

अगले दिन सिम ब्लॉक करने के बाद पीड़ित ने जब नई सिम ली तो 20 सितंबर को उन्‍हें पता चला कि उसके यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के खाते से धोखाधड़ी करके 1,95,001 रुपये निकाल लिए गए हैं. आईटी अधिनियम और बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) की संबंधित धाराओं के तहत तुरंत मामला दर्ज किया गया. 

जांच में तीनों आरोपियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम दिए जाने का पता चला है. 

राशि ट्रांसफर करने का झांसा देकर बनाया शिकार

मामले के अनुसार, मोइनुद्दीन ने शिकायतकर्ता को उप्पल से ऑटो में बैठाया. सैयद सलमान के साथ मिलकर उसने पीड़ित को फोनपे के माध्यम से एक छोटी राशि ट्रांसफर करने के लिए राजी किया, जिससे शिकायतकर्ता ने उनकी मौजूदगी में अपना मोबाइल फोन अनलॉक कर लिया. 

पैसों के ट्रांसफर होते वक्‍त मोइनुद्दीन ने मोबाइल चुरा लिया और सलमान ने पीड़ित का ध्यान भटका दिया. इसके बाद आरोपियों ने उन्‍हें छोड़ दिया.  

चोरी के तुरंत बाद मोइनुद्दीन और सलमान मेडचल-मलकजगिरी इलाके में पहुंचे और पीड़ित के खाते से पैसे ट्रांसफर करने लगे. उन्होंने चोरी के मोबाइल पर फोनपे ऐप्लीकेशन का इस्तेमाल करके पेट्रोल पंपों और विभिन्न दुकानों पर क्यूआर कोड स्कैन किए और नकद पैसे वसूल लिए. 

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यहां तक की एक गेमिंग प्लेटफॉर्म के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग भी की गई. 20 सितंबर को मोइनुद्दीन और सलमान ने मोहम्मद हुसैन को शामिल किया, जिसने चोरी की गई रकम का इस्तेमाल करके गेमिंग प्लेटफॉर्म से जुड़े बैंक खातों में कई बार 90,000 रुपए ट्रांसफर किए और फिर अपने निजी फेडरल बैंक खाते से पैसे निकाल लिए. 

धोखाधड़ी की 1,95,000 रुपए की कुल राशि तीनों आरोपियों में बांटी गई. पुलिस ने अपराध से संबंधित तीन मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं. 

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लोगों के लिए पुलिस ने जारी की एडवायजरी

इस घटना के मद्देनजर हैदराबाद के साइबर अपराध विभाग के डीसीपी ने एडवायजरी जारी की और नागरिकों से अत्यधिक सावधानी बरतने का आग्रह किया है, खासकर शेयर्ड पब्लिक ट्रांसपोर्ट और डिजिटल भुगतान सेवाओं का उपयोग करते समय. 

इस एडवायजरी में शेयर्ड ऑटो के वेरिफिकेशन पर जोर दिया गया है और कहा गया है कि यात्रियों को वाहन का नंबर, रंग और चालक का विवरण नोट करना चाहिए और अगर उन्हें वाहन में बैठे लोगों पर संदेह हो तो वाहन में प्रवेश करने से बचना चाहिए. 

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साइबर अपराध या वित्तीय धोखाधड़ी के शिकार लोगों से 1930 डायल करने या https://cybercrime.gov.in/ पर ऑनलाइन रिपोर्ट करने का आग्रह किया गया है. 

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