मानवाधिकार दिवस (Human rights day) पर दिए जाने वाले तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स बुधवार को हरियाणा की जिला जेल, फरीदाबाद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जारी किए गए. तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स जेलों में सृजन करने वाले बंदियों और विशेष काम कर रहे जेल अधिकारियों व कर्मचारियों को दिए जाते हैं. भारत की जानी-मानी जेल सुधारक डॉ. वर्तिका नन्दा ने तिनका तिनका अवार्ड्स की परिकल्पना की है. हर वर्ष तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स चयनित बंदियों और जेल अधिकारियों व कर्मचारियों की उपस्थिति में देश की किसी जेल में जारी किए जाते हैं.
यह पुरस्कारों का छठवां वर्ष है. इस साल 17 बंदी औऱ जेल स्टाफ चयनित किए गए हैं. इस वर्ष 3 श्रेणियां रहीं- पेंटिंग, विशेष प्रतिभा और जेल प्रशासकों के लिए पुरस्कार. पेंटिंग की श्रेणी में 7 बंदियों को पुरस्कार दिया गया है. जेल में विशेष काम के लिए 6 बंदियों जबकि जेल में विशेष सेवा के लिए 4 जेलकर्मियों को सम्मानित किया गया है. इस साल पेंटिग की थीम थी- 'कोरोना के दौर में जेल'.
पुरस्कारों को श्री के सेल्वाराज, हरियाणा जेल पुलिस महानिदेशक, श्री अजय कश्यप, पूर्व पुलिस महानिदेशक, दिल्ली जेल, श्री आनंद कुमार, पुलिस महानिदेशक/ महानिरीक्षक कारागार, उत्तर प्रदेश और डॉ. वर्तिका नन्दा, संस्थापक, तिनका तिनका ने रिलीज किया. देश में ऐसा पहली बार हुआ है जब पूरे देश में अलग-अलग जेलों से अधिकारी और बंदी लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए जुड़े और इस दौरान उन्होंने अपनी बात कहने का मौका मिला.इस बार की निर्णायक मण्डली में श्री अजय कश्यप (आईपीएस), पूर्व महानिदेशक दिल्ली जेल, श्री ओ.पी. सिंह (आईपीएस) पूर्व महानिदेशक उत्तर प्रदेश पुलिस और डॉ. वर्तिका नन्दा, संस्थापक, तिनका तिनका शामिल रहे.