सौर ऊर्जा में भारत की बढ़ी 'पावर', पीएम मोदी ने बोले, 'सूर्य भगवान की कृपा'

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना योजना सिर्फ बिजली और पैसों की बचत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका बड़ा फायदा पर्यावरण को हो रहा है.

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  • पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से जुड़े घरों में रोजाना तीन लाख यूनिट से अधिक बिजली का उत्पादन हो रहा है
  • इस योजना के कारण लोगों को हर महीने लगभग 5 करोड़ रुपये की बिजली बचत हो रही है
  • भारत की सौर ऊर्जा क्षमता 10 वर्षों में तीन गीगावाट से बढ़कर लगभग एक सौ तीस गीगावाट तक पहुंच गई है
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पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से जुड़े घरों में हर रोज 3 लाख यूनिट से अधिक बिजली पैदा हो रही है. लोगों के हर महीने करीब 5 करोड़ रुपये बच रहे हैं. ये आंकड़े पीएम मोदी ने एचटी लीडरशिप समिट में देश के सामने रखे. उन्होंने इस कार्यक्रम बताया कि क्यों देश की एनर्जी सेफ्टी और अर्थव्यवस्था के लिए 'पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना' अहम है. साथ ही उन्होंने बताया कि इस योजना ने देश के नागरिकों को सीधे तौर पर ऊर्जा क्रांति में शामिल कर लिया है.

आयात घटाने का रास्ता

पीएम मोदी ने भारत की ऊर्जा जरूरतों और सौर ऊर्जा की जानकारी देते हुए कहा कि भारत हर साल लगभग 125 लाख करोड़ रुपये का पेट्रोल, डीजल और गैस का आयात करता है. पीएम ने 'सूर्य भगवान की कृपा' का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 तक भारत की सौर ऊर्जा क्षमता सिर्फ 3 गीगावाट (GW) थी. पिछले 10 सालों में यह क्षमता बढ़कर लगभग 130 गीगावाट तक पहुंच चुकी है. इसमें 22 गीगावाट की क्षमता अकेले रूफटॉप सोलर से जोड़ी गई है.

काशी का जिक्र

पीएम मोदी ने पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की ताकत को समझाने के लिए अपने संसदीय क्षेत्र काशी का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि "इस योजना ने देश के लोगों को ऊर्जा सुरक्षा में सीधी भागीदारी का मौका दिया है. काशी के सांसद होने के नाते मैं बताना चाहता हूं कि वहां 26 हजार से ज्यादा घरों में इस योजना के तहत सोलर प्लांट लगाए गए हैं."

40 लाख पेड़ों के बराबर काम

पीएम मोदी ने बताया कि यह योजना सिर्फ बिजली और पैसों की बचत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका बड़ा फायदा पर्यावरण को हो रहा है. इस योजना से हर साल 90 हजार मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन कम हो रहा है. इतने कार्बन को सोखने के लिए 40 लाख पेड़ लगाने पड़ते.

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