भारत में शनिवार को कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण (Corona Vaccination) का आगाज हो गया. सरकार ने इस पूरे महाअभियान की निगरानी, नियंत्रण और समन्वय के लिए CoWIN का विकास किया है. यह ऐप कोरोना टीकाकरण के लिए प्रबंधन का काम करेगा. कोविन ऐप (Covid Vaccine Intelligence Network) को अभी तो जनता अपने फोन में डाउनलोड नहीं कर सकती है, लेकिन जब यह आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा तो कोई भी टीकाकरण के लिए इसके जरिये पंजीकरण करा सकता है. केंद्र सरकार ने इस ऐप को कोरोना टीकाकरण मिशन की बुनियाद बताया है.
केंद्र सरकार फिलहाल देश के 3 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस, सैनिकों जैसे फ्रंटलाइन कर्मियों के टीकाकरण पर ध्यान दे रही है. फिलहाल ऐप का इस्तेमाल मिशन से जुड़े अधिकारी कर रहे हैं. इसमें लाखों हेल्थकेयर वर्करों का डेटा है, जो कोविशील्ड या कोवैक्सीन का टीका लेने की प्राथमिकता सूची में हैं.
कोविन मोबाइल एप्लीकेशन लांच होने के बाद यह लाभार्थियों को पंजीकरण के तीन विकल्प सुझाएगा. इसमें अपनेआप पंजीकरण करना, किसी अधिकारी की मदद से व्यक्तिगत पंजीकरण और बड़ी संख्या में एक साथ डेटा अपलोड करने का विकल्प होगा. इस ऐप के चार तरह के मॉड्यूल होंगे. इसमें यूजर एडमिनिस्ट्रेटर मॉड्यूल, लाभार्थी पंजीकरण, वैक्सीननेशन और लाभार्थी के पंजीकरण को मान्यता और टीकाकरण की स्थिति शामिल है. CoWIN app प्राथमिकता के आधार पर टीका लेने के दायरे में आने वाले लोगों का पंजीकरण करेगा. जिन्हें डोज दी गई है, उनकी निगरानी करेगा और इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकेगा.
आधार के जरिये ऐप पर पंजीकरण
कोविन ऐप (CoWIN App) पर रजिस्ट्रेशन के लिए आधार (Aadhar) जरूरी होगा. सरकार पहले ही कह चुकी है कि टीकाकरण के दायरे में आने वाले लोगों 12 भाषाओं में एसएमएस भेजा जाएगा. टीकाकरण कार्यक्रम में लगे स्वास्थ्यकर्मियों को भी इसके जरिये सारी जानकारी दी जाएगी. टीके की दोनों खुराक मिलने के बाद क्यूआर कोड आधारित वैक्सीन प्रमाणपत्र भी हर व्यक्ति को जारी किया जाएगा. लोग इसे अपने मोबाइल फोन में स्टोर करके रख सकते हैं.