कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों भाजपा पर जमकर प्रहार कर रहे हैं. ब्रिटेन के दौरे के तहत लंदन में मौजूद राहुल गांधी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि आप लोकतंत्र के खतरे में होने की बात करते रहे हैं. एक विपक्षी पार्टी होने पर इस स्थिति से निपटने के लिए आप क्या कर रहे हैं. इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा, "यह एक आतंरिक मामला है. हमारे देश का मामला है, तो इसका हल भी अंदर से ही निकल कर आएगा. हमें मिलकर इस समस्या का समाधान तलाशना होगा. मेरे सामने उत्पीड़न के कई मामले सामने आए."
उन्होंने कहा, "यहां मैं किसी खास मामले का जिक्र नहीं करना चाहूंगा, लेकिन ऐसे मामलों में पीडि़ता पुलिस के पास नहीं जाना चाहतीं, क्योंकि वे बदनामी से डरती हैं. ऐसे में महिलाओं को ताउम्र इस दर्द के साथ जिंदगी गुजारनी पड़ती है, जो समय के साथ-साथ बढ़ता जाता है. हम इस सोच को बदलना चाहेंगे कि आवाज उठाने से बदनामी होगी."
पाकिस्तान और चीन को लेकर कांग्रेस की सोच भाजपा से अलग कैसे है? राहुल गांधी ने कहा, "मेरा अपना मानना है कि पड़ोसियों से हमारे अच्छे संबंध होने चाहिए. लेकिन ये इस पर भी निर्भर करता है कि पाकिस्तान कैसा व्यवहार करता है. अगर पाकिस्तान, भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देता है, तो फिर उससे अच्छे संबंध रखना बेहद मुश्किल है. इन दिनों कुछ ऐसी ही स्थिति भारत और पाकिस्तान के बीच बनी हुई है.
कांग्रेस अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने का दावा करती है. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का कहना है कि देश में अगली सरकार में कांग्रेस की अहम भूमिका होगी. ऐसे में जब पूछा गया कि क्या खरगे बतौर कांग्रेस अध्यक्ष भाजपा को हराने में सक्षम हैं? इस पर राहुल गांधी ने मुस्कुराते हुए कहा, "देखिए, खरगे कांग्रेस पार्टी में हुए चुनाव के बाद अध्यक्ष बने हैं. हम सब मिलकर इस समय भाजपा को हराने की कोशिश कर रहे हैं. मुझे खरगे की क्षमताओं पर पूरा भरोसा है. वह बेहद काबिल इंसान है. शायद आप उनके बारे में नहीं जानते होंगे कि वह सालों तक कांग्रेस के कार्यकर्ता रहे हैं. वहां से उठकर पार्टी के अध्यक्ष पद तक पहुंचना ही उनकी क्षमता का परिचय देता है.