पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रमुख दिलीप घोष ने रविवार को आरोप लगाया कि एक ओर जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूर्वी वर्धमान जिले के मंगलकोट में तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या के बाद त्वरित कार्रवाई की तो दूसरी ओर राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा में भगवा पार्टी के 50 सदस्यों की कथित हत्या पर उन्होंने कुछ नहीं किया. तृणमूल के नेता आशिम दास की हत्या के मामले की जांच के लिए राज्य पुलिस के पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.
हालांकि वीरभूम जिले के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अनुव्रत मंडल ने घोष के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि भाजपा के किसी कार्यकर्ता की हत्या की वजह पार्टी की अंतर्कलह है.
घोष ने ट्वीट किया, ''पश्चिम बंगाल की सरकार ने मंगलकोट में टीएमसी नेता की हत्या के मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है. वहीं दूसरी ओर चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से अब तक भाजपा के करीब 50 कार्यकर्ताओं की बेरहमी से हत्या कर दी गई है.''
भाजपा प्रमुख ने दावा किया कि इन घटनाओं को सरकार ने सिरे से नकार दिया. उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री ने ''इन पीड़ित परिवारों के नुकसान पर कोई ध्यान नहीं दिया.''