हिमंत बिस्वा सरमा ने सर्जिकल सट्राइक पर सवाल उठाने पर राहुल गांधी पर बोला तीखा हमला

उन्होंने कहा, "राहुल गांधी बिपिन रावत के नेतृत्व वाली सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत चाहते हैं. क्या हमने कभी इस बात का सबूत मांगा कि आप किस पिता के बेटे हैं? आपको सेना से सबूत मांगने का अधिकार किसने दिया?

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कई विपक्षी नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया था.

नई दिल्ली:

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने के लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए आज उत्तराखंड में एक चुनावी रैली में कांग्रेस नेता पर कई विवादित टिप्पणियां की. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी बिपिन रावत के नेतृत्व वाली सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत चाहते हैं. क्या हमने कभी इस बात का सबूत मांगा कि आप किस पिता के बेटे हैं? आपको सेना से सबूत मांगने का अधिकार किसने दिया? अगर हमारे सैनिकों ने कहा है कि उन्होंने पाकिस्तान में घुसकर हमला किया है तो यह अंतिम है.”

उन्होंने आगे कहा, "अगर हमारे सैनिकों ने कहा है कि उन्होंने पाकिस्तान के अंदर हमला किया है, तो यह अंतिम है. क्या आप बिपिन रावत या सैनिकों पर विश्वास नहीं करते हैं? क्या हमने कभी पूछा है कि क्या आप वास्तव में राजीव गांधी के बेटे हैं या नहीं? तो सैनिकों का अपमान मत करें."

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साल 2016 में सेना ने उरी में एक आतंकी हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के लिए नियंत्रण रेखा के पार एक सर्जिकल स्ट्राइक की थी. कई विपक्षी नेताओं ने इस ऑपरेशन पर सवाल उठाया था. उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हुए थे.

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2015 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले मुख्यमंत्री सरमा ने हिजाब विवाद पर कहा, "कॉलेज और स्कूल पढ़ाई के लिए हैं न कि फैशन शो के लिए. हमें कोई समस्या नहीं है कि कोई क्या पहनना चाहता है, लेकिन स्कूलों और कॉलेजों में वे हिजाब पहनना चाहते हैं... कल हिंदू कहेंगे कि हम एक विशेष पोशाक पहनना चाहते हैं, फिर ईसाई कहेंगे कि हम एक विशिष्ट पोशाक पहनना चाहते हैं."

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उन्होंने कहा, "मुस्लिम लड़कियों में डॉक्टर, इंजीनियर बनने की चाहत है... आप कहां उन्हें अपने हिजाब एजेंडे में फंसा रहे हैं? आप कहीं भी हिजाब पहन सकते हैं, लेकिन स्कूलों और कॉलेजों में केवल वर्दी की अनुमति दी जानी चाहिए. वर्दी छात्रों के बीच समानता, प्यार और सम्मान लाती है. कांग्रेस कह रही है कि मुस्लिम लड़कियों को डॉक्टर, इंजीनियर नहीं बनना चाहिए बल्कि हिजाब एजेंडे में व्यस्त रहना चाहिए."

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