NDTV ग्राउंड रिपोर्ट: बादल फटने से बह गया हिमाचल का सियाठी गांव, देखें कैसे मिल रही मदद

गांव के उप प्रधान का कहना है कि आपदाग्रस्त लोगों के घर बनाने के लिए हम आपसी सहयोग से करोड़ों रुपया इकट्ठा कर लेंगे, लेकिन सरकार से गुजारिश है कि इनके लिए जमीन दी जाए, ताकि इनका आशियाना फिर बसाया जा सके.

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हिमाचल में बादल फटने से बेघर हुए लोग.

मंडी:

हिमाचल प्रदेश के मंडी के बगस्याड में 6 जुलाई को कई जगहों पर बादल फटने (Himachal Cloud Burst) से ऐसी तबाही मची कि लोगों के घर उनसे छिन गए. अब वह दाने-दाने को मोहताज हैं. हालांकि दुख की इस घड़ी में आसपास के गांवों के लोग उनकी दिल खोलकर मदद कर रहे हैं. सबसे पहले बादल फटने की शुरुआत रविवार रात 10.30 बजे हुई थी. फिर रात 10.30 बजे से लेकर 12.30 बजे तक दर्जन भर जगहों पर बादल फटे. जिसके बाद सियाठी गांव पूरी तरह से बह गया. अब इस गांव के बेघर लोगों की मदद दूसरे गांव के लोग पैसे और राशन दोनों से ही कर रहे हैं. बगस्याड से देखिए रवीश रंजन शुक्ला की ग्राउंड रिपोर्ट...

हजारों टन मलबे के नीचे दबा मकान

मंडी में बादल फटने से किस कदर तबाही मची इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि एक मकान हजारों टन मलबे के नीचे दब गया. इतना ही नहीं इस प्राकृतिक आपदा ने सेब के बागान तबाह कर दिए और किसान सड़क पर आ गए. बादल फटने से 80 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं और 20 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं, जिनको ढूढने का काम जारी है. 

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बेघरों के लिए इकट्ठा हुआ लाखों रुपया

तबाही के इस हालात में हिमाचल के लोग अपनों की मदद करने में जी जान से जुटे हुए हैं. किसान और अन्य ग्रामीणों आपदा प्रभावित लोगों की मदद करने में जुटे हैं. उन्होंने के लिए लाखों रुपये इकट्ठे किए हैं, जिससे उनकी मदद हो सके. दरअसल आपदा प्रभावित लोगों ने धर्मपुर गांव के एक मंदिर में शरण ले रखी है. इनको खाने-पीने की कोई दिक्कत न हो इसे देखते हुए आसपास के गांव के लोगों ने इनके लिए अच्छी तादात में राशन भेजा है.

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राशन के साथ आर्थिक मदद भी मिल रही

धर्मपुर गांव के उप प्रधान ने कहा कि सिर्फ राशन ही नहीं आपदाग्रस्त लोगों की आर्थिक मदद भी की जा रही है. दारपा गांव के लोगों ने राशन ही नहीं 21 हजार रुपये भी दान में दिए हैं. NGO भी राशन के साथ ही आर्थिक मदद इन लोगों की कर रही हैं. जबकि यहां 4-5 महीनों का राशन स्टॉक पहले से ही है. जिसके बाद लोगों से गुजारिश की जा रही है कि वे राशन के बजाय इन लोगों की आर्थिक मदद करें, ताकि इनके घरों को फिर से बनाया जा सके.

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सरकार से बेघरों के लिए जमीन देने की अपील

गांव के उप प्रधान का कहना है कि इन लोगों के घर बनाने के लिए हम आपसी सहयोग से करोड़ों रुपया इकट्ठा कर लेंगे, लेकिन सरकार से गुजारिश है कि इनके लिए जमीन दी जाए, ताकि इनका आशियाना फिर बसाया जा सके. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी आपताग्रस्त इलाकों का जायजा लेने बगस्याड पहुंचेंगे.सीएम आज रात 
थुनांग में रुकेंगे.

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