झारखंड में मुख्यमंत्री सम्मान योजना पर रोक लगाने के लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दर्ज की गई है. इस पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने सोशल मीडिया पर कहा कि बीजेपी बहनों की भलाई क्यों नहीं चाहती है? आखिर उन्हें महिला योजना से इतनी अधिक तकलीफ क्यों है? मुझे उनकी मुझसे तकलीफ और खीज समझ आती है लेकिन झारखंडियों के हितों पर लगातार वार करना चिंताजनक है. सीएम ने कहा कि हम उनकी इस मंशा को सफल नहीं होंगे.
इसी मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया है कि बीजेपी के इशारे पर यह किया गया है. झामुमो ने लिखा कि बीजेपी को झारखंड की बहनों की खुशी अच्छी नहीं लग रही है. वो अपनी पूरी ताकत लगाकर, झूठ फैला कर या किसी भी तरह से हेमंत सोरेन और मइंया योजना को नहीं रोक पाए इसलिए अब वो लटकाओ, भटकाओ और फिर फंसाओ नीति के जरिए योजना को रद्द कराने पर लगे हुए हैं. सीएम हेमंत सोरेन ने एक्स पर झामुमो के पोस्ट को रिपोस्ट भी किया है.
याचिका में क्या कहा गया है?
मुख्यमंत्री मइंयां सम्मान योजना पर रोक लगाने की मांग को लेकर दायर की गई जनहित याचिका में प्रार्थी विष्णु साहू ने कहा है कि राज्य सरकार किसी व्यक्ति विशेष के अकाउंट में सीधे राशि नहीं दे सकती है. याचिका में कहा गया है कि सरकार जनता के टैक्स पर चलती है. जनता से प्राप्त पैसे का कल्याणकारी योजनाओं में इस्तेमाल किया जाना चाहिए. झारखंड में अलगे एक-दो महीने में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. प्रार्थी का आरोप है कि राज्य सरकार मतदाताओं को लुभाने के लिए इस तरह की योजना लेकर आई है.