उत्तराखंड में भारी बारिश, प्रधानमंत्री ने सीएम धामी को फोन कर हालात की जानकारी ली

प्रदेश भर में जारी भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री ने स्वयं राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और प्रशासन को चौकस रहने के निर्देश दिए.

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देहरादून:

उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश सोमवार को भी जारी रही. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत कर प्रदेश में हालात का जायजा लिया और हर संभव मदद का भरोसा दिया. लगातार बारिश के कारण अनेक स्थानों पर भूस्खलन होने से मार्गों पर यातायात अवरुद्ध हुआ. अगले दो दिन भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर पुलिस ने लोगों से बहुत जरूरी नहीं होने पर इस समय पहाड़ों की यात्रा से बचने का अनुरोध किया है.

प्रदेश भर में जारी भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री ने स्वयं राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और प्रशासन को चौकस रहने के निर्देश दिए. बारिश के कारण गंगा सहित सभी प्रमुख नदियां और उनकी सहायक नदियां उफान पर आ गयी हैं, जिसके मद्देनजर हरिद्वार और नैनीताल के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं.

प्रधानमंत्री ने धामी को फोन कर राज्य में भारी बारिश से उत्पन्न हालात के बारे में जानकारी ली. इस संबंध में मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी को प्रदेश में जान-माल व फसलों की क्षति, सड़कों की स्थिति, चार धाम यात्रा तथा कांवड़ यात्रा के संचालन के बारे में विस्तृत जानकारी दी.'' उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने उन्हें केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया.

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राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से हरिद्वार और नैनीताल के जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा गया है कि केंद्रीय जल आयोग द्वारा शाम सात बजे मापे गए जलस्तर के अनुसार हरिद्वार के रायसी में बाणगंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है जबकि रुड़की के दोसनी में सोलानी नदी और नैनीताल में बेतालघाट में कोसी नदी चेतावनी स्तर के ऊपर प्रवाहित हो रही हैं. दोनों जिलों के अधिकारियों से इस संबंध में निगरानी और पर्याप्त सावधानी बरतने को कहा गया है.

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मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान में प्रदेश के 13 में से 11 जिलों - हरिद्वार, उधमसिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अलमोड़ा, पौड़ी, देहरादून, टिहरी और चमोली में मंगलवार को कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अलर्ट जारी किया गया है. बारिश के अलर्ट को देखते हुए देहरादून, पौड़ी, टिहरी, चंपावत, नैनीताल, अल्मोड़ा और चमोली सहित कई जिलों में प्रशासन ने मंगलवार को भी स्कूलों की छुट्टी कर दी.

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बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बार फिर छिनका के पास भूस्खलन होने से यातायात अवरूद्ध हो गया जिसे कुछ घंटों बाद बहाल कर दिया गया. राज्य में भूस्खलन या भूधंसाव के कारण कई मार्ग बंद हैं जिन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने एक ट्वीट में कहा कि मौसम विभाग ने 11 व 12 जुलाई को उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में बारिश का 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है.

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उन्होंने यात्रियों से बहुत जरूरी नहीं होने पर इस समय पहाड़ों की यात्रा करने से बचने की अपील की है. उन्होंने कहा, ‘‘अनावश्यक यात्रा नहीं करें, सुरक्षित स्थान पर ही रहें. किसी भी सहायता के लिए हमें 112 नंबर पर सूचना दें, हम आप तक पहुंचेंगे.'' चमोली जिले के सीमावर्ती इलाके में जोशीमठ से 45 किलोमीटर दूर जुम्मा गांव के पास स्थित बरसाती नदी जुम्मा गाड में शाम को अचानक आई बाढ़ ने रौद्र रूप धारण कर लिया और काफी देर तक नदी से कई मीटर ऊपर स्थित जोशीमठ-मलारी मार्ग पर भी पानी बहता रहा. चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि इससे जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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