देश के पहाड़ी राज्यों में एक बार फिर आफत की बारिश (Heavy Rain in Himachal Pradesh ) से जन जीवन प्रभावित है. हिमाचल और उत्तराखंड के कई जिलों में कल तक भारी बारिश का अलर्ट है. हिमाचल में लगातार बारिश की वजह से राज्य में एहतियातन सभी स्कूल कॉलेजों को बंद कर दिया गया है. शिमला-धर्मशाला समेत करीब 500 सड़कों पर आवाजाही भूस्खलन की वजह से बंद है. प्रशासन की ओर से लोगों से नदी-नालों और भूस्खलन वाले इलाकों में नहीं जाने की अपील की गई है.
हिमाचल के सोलन जिले में भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने से हालात बिगड़ गए हैं. यहां के जदों गांव में देर रात बादल फटने से दो घर बह गए साथ में एक गौशाला भी बह गई. इस हादसे में सात लोगों की मौत हुई है. 5 शवों को बरामद कर लिया गया है जबकि दो की तलाश अब भी जारी है. हिमाचल के नाहन में भी बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. जगह-जगह पेड़ टूट कर गिरे हैं. चारों तरफ कीचड़ है, जिसमें कई गाड़ियां फंसी हुई हैं.
वहीं उत्तराखंड के चमोली में बीती रात से तेज बारिश हो रही है. भारी बारिश की वजह नदी का जलस्तर बढ़ गया है और लोगों के घरों से लेकर दुकानों तक में पानी आ गया है.उत्तराखंड के देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है जबकि हरिद्वार समेत कई दूसरे ज़िलों में यलो अलर्ट है. हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से 1 मीटर ऊपर बह रही है. मुसालाधार बारिश की वजह से कई जगहों पर लैंड स्लाइड के बाद सड़के बंद है. देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में दून डिफेंस कॉलेज की बिल्डिंग भरभरा कर गिर गई, पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश की वजह से सॉन्ग नदी और बांदल नदी जो की देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में बहती है उसे उसमें उफान है.
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अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश में कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई, जिनमें शिमला में नौ लोग मंदिर के मलबे के नीचे दब गए, जिससे उनकी मौत हो गई. वहीं, सोलन और मंडी में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में कई लोग मारे गए हैं. साथ ही कई प्रमुख सड़कों पर भूस्खलन के कारण आवागमन थम गया है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के समर हिल इलाके में भूस्खलन की घटना पर कहा, "एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना लोगों की जान बचाने के लिए मौके पर मौजूद हैं. मैंने मंडी में अपना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिया है. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम हमेशा की तरह चलेगा, लेकिन हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है."
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला शिमला में भूस्खलन घटना स्थल पर पहुंचे, जहां 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है. राज्यपाल ने कहा कि ध्वजारोहण किया जाएगा, लेकिन स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में 'एट-होम' कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बारिश से प्रभावित शिमला के समर हिल क्षेत्र में भूस्खलन स्थल पर स्थिति का निरीक्षण किया. यहां उन्होंने पूरे प्रशासन को राहत और बचाव कार्य में लगा रखा है. यहां कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है.
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश की वजह से राज्य में एहतियातन सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि भारी बारिश के कारण विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया है.
शिमला शहर के समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर में भूस्खलन में नौ अन्य की मौत हो गई है. शिमला में भूस्खलन की दो घटनाओं में 15 से 20 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि रविवार रात को बादल फटने से जादोन गांव में दो मकान बह गए और हादसे में छह लोगों को बचा लिया गया जबकि सात अन्य की मौत हो गयी.
हिमाचल के कई ज़िलों में 15 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट है. हिमाचल के सोलन की ममलीक के धायावला गाँव में बादल फट गया है. सोलन के डीसी मनमोहन शर्मा के मुताबिक, बादल फटने से 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 6 का रेस्क्यू किया गया है. उन्होंने बताया कि ये हादसा देर रात हुआ है. सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8) और रक्षा (12) के रूप में की गयी है.
हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यहां मलबे के नीचे से कुछ शव निकाले गए हैं, 10-15 लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं. लोगों को सुरक्षित निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है. खराब मौसम के कारण मंडी जिले में 12-15 लोगों की मौत हो गई है.
शिमला में भूस्खलन और राज्य में भारी बारिश से हुई तबाही पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 20-25 लोग यहां (समर हिल, शिमला) मलबे में फंसे हुए हैं. राज्य में पिछले 24 घंटों में 21 लोगों की मृत्यु हुई है. मैं लोगों से घर के अंदर रहने, नदियों और भूस्खलन-संभावित क्षेत्रों के पास न जाने की अपील करूंगा. बहाली का काम बारिश रुकते ही शुरू हो जाएगा.