हाथरस भगदड़ मामले में एसआईटी की रिपोर्ट आ चुकी है. यूपी सरकार ने एसआईटी जांच के आदेश दिए थे. एसआईटी रिपोर्ट गृह विभाग को सौंप दी गई है. इस रिपोर्ट में सभी जिम्मेदार लोगों का नाम है. इस मामले में 128 लोगों से बातचीत के अधार पर ये रिपोर्ट तैयार की गई. जिसमें बताया गया है कि किस तरह से सत्संग में हादसा हुआ, रिपोर्ट में ये भी जिक्र है कि इस हादसे में किसका क्या रोल रहा. फिलहाल ये रिपोर्ट गोपनीय बताई जा रही है. इसी रिपोर्ट के आधार पर सीएम आगे की कार्रवाई का आदेश देंगे. यूपी के मुख्यमंत्री योगी को आज ये रिपोर्ट दी गई.
इस रिपोर्ट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीनियर अफ़सरों के साथ चर्चा करेंगे. इस रिपोर्ट में सिलसिलेवार तरीक़े से बताया गया है कि किस तरह से हाथरस सत्संग में भगदड़ हुई. इस कार्यक्रम को लेकर क्या इंतज़ाम थे, किसका क्या रोल रहा, घटना के लिए ज़िम्मेदार कौन है? आगरा की एडीजी अनुपमा कुलश्रेष्ठ और अलीगढ की डिविजनल कमिश्नर चैत्रा वी ने ये रिपोर्ट तैयार की है. समझा जा रहा है कि इसी रिपोर्ट के आधार पर कोई कार्रवाई हो सकती है. एसआईटी की रिपोर्ट 850 पन्नों की बताई जा रही है.
हाथरस हादसे की रिपोर्ट के अंश -
* हादसे के लिए आयोजक ज़िम्मेदार, स्थानीय प्रशासन की भी जवाबदेही तय की गई.
* साज़िश से इनकार नहीं, जांच की ज़रूरत.
* आयोजकों की लापरवाही से हुआ हादसा.
* स्थानीय प्रशासन ने आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया. एसडीएम, सीओ, तहसीलदार समेत छह निलंबित.
* एसआईटी ने चश्मदीदों और साक्ष्यों के आधार पर आयोजकों को दोषी माना .
* आयोजकों ने तथ्य छुपाकर आयोजन की अनुमति ली.
* तहसील स्तर के अधिकारियों ने आयोजन को गंभीरता से ना लेते हुए ऊपर के अधिकारियों को सूचित तक नहीं किया .
* एसडीएम ने बिना आयोजन स्थल का मुआयना किए अनुमति दी .
* आयोजकों ने तय मानकों का पालन नहीं किया .
* आयोजन मण्डल के लोगों ने अव्यवस्था फैलाई .
* आयोजकों ने पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया .
* आयोजन स्थल पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए बेरिकेटिंग नहीं .
भोले बाबा के सत्संग में कैसे हुआ हादसा
बीते दिनों हाथरस में बाबा साकार हरि यानी भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच जाने से 123 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. ये हादसा तब हुआ जब भोले बाबा की चरण रज के लिए भक्त एक जगह जुटे थे. इसी दौरान अचानक से भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में लोग एक दूसरे के ऊपर गिरते चले गए. नतीजतन ऐसा भयानक हादसा हो गया. इस हादसे के बाद घटनास्थल पर लाशों का ढेर लगा नजर आया. घटनास्थल पर मरनवालों में सबसे ज्यादा महिलाएं शामिल थी. भगदड़ में कई अन्य लोग घायल हो गए. इसके बाद उन्हें उपचार के लिए भेज दिया गया था.
इस मामले में अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए देने का ऐलान किया है. अब तक इस मामले में एक आयोजक समिति से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन बाबा का नाम एफआईआर में नहीं है, जिसे लेकर विपक्षी दल बीजेपी पर हमलावर भी है. बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटनास्थल पर गए थे. उन्होंने पीड़ितों के परिजनों को हर संभव आर्थिक सहायता प्रदान करने का आश्वासन भी दिया था. इसके अलावा, सीएम ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी बात कही थी.
हादसे के पीड़ितों से राहुल गांधी ने की मुलाकात
बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी घटनास्थल पर गए थे, जहां उन्होंने पीड़ितों और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की थी. उन्होंने बीजेपी से मुआवजे की राशि को बढ़ाने की भी मांग की. इस पर बीजेपी ने राहुल गांधी ने लोगों की मौत के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया था. इस बीच, इन तमाम गतिविधियों के बीच बाबा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठा यह शख्स अचानक से सुर्खियों में आ गया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद मुख्य आरोपी समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)