हाथरस कांड में दंगों की साजिश: यूपी STF ने आतंकवाद विरोधी कानून के तहत दायर की 5 हजार पन्नों की चार्जशीट

कप्पन के अलावा, सात अन्य गिरफ्तार लोगों पर भी यूएपीए (UAPA) यानी  गैर-क़ानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत चार्जशीट फाइल की गई है. इन पर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए साजिश रचना का आरोप है.

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लखनऊ:

हाथरस में कथित गैंगरेप और हत्या मामले से जुड़े दंगों की साजिश मामले की उत्तर प्रदेश पुलिस जांच कर रही है. यूपी पुलिस ने केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन (Siddique Kappan) समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ 5,000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. यूपी एसटीएफ ने मथुरा कोर्ट में UAPA के तहत चार्जशीट फाइल की है. घटना को रिपोर्ट करने के लिए दिल्ली से हाथरस जाते वक्त सिद्दीकी कप्पन को पिछले साल अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था. 

PFI और उससे जुड़े संगठन के 8 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई. इन पर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए साजिश रचने का आरोप है. सात लोगों में से तीन को कप्पन के साथ गिरफ्तार किया गया था जबकि अन्य को बाद में गिरफ्तार किया गया. चार्जशीट में जिन लोगों के नाम हैं, उनमें सिद्दीकी कप्पन के अलावा, अतीकुर्रहमान, मसूद अहमद, रउफ शरीफ, अंसद बदरूद्दीन, फिरोज और दानिश शामिल हैं.

कप्पन और तीन अन्य लोगों को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे हाथरस पीड़िता के साथ कथित सामूहिक बलात्कार की घटना को रिपोर्ट करने के लिए हाथरस जा रहे थे, जिसकी बाद में अस्पताल में मौत हो गई. उन पर आतंकवाद विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की गई. यूपी पुलिस ने कहा कि वे "संदिग्ध लोगों" की टिप पर काम कर रहे थे. 

पुलिस ने एफआईआर में यूएपीए की एक धारा लगाई थी, जो कि आतंकी गतिविधि के लिए फंडिंग जुटाने से जुड़ी है. कप्पन मथुरा की जेल में बंद हैं. 

कुल 5 हजार पेज की चार्जशीट में यूपी एसटीएफ ने हाथरस में दंगों की साजिश का खुलासा किया है. चार्जशीट के मुताबिक, मथुरा से गिरफ्तार हुआ सिद्दीकी कप्पन दंगों का थिंक टैंक और पीएफआई के स्टूडेंट विंग का सदस्य रउफ शरीफ दंगों की साजिश और फंडिंग में शामिल था. पीएफआई के स्टूडेंट विंग के जनरल सेक्रेटरी रउफ शरीफ के खिलाफ ईडी पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है.

डिफेंस के वकील मधुवन दत्त चतुर्वेदी ने मथुरा कोर्ट के बाहर संवाददाताओं से कहा, "हमें अब तक चार्जशीट की कॉपी नहीं मिली है. एक बार हमें आधिकारिक तौर पर चार्जशीट यानी आरोप पत्र की कॉपी मिल जाए, तो हम स्टडी करेंगे और आगे के कदम पर फैसला लेंगे."

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बता दें कि हाथरस में लड़की के साथ गैंगरेप और हत्या के कुछ दिन बाद मथुरा से 4 लोगों को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर दावा किया था कि हाथरस में बड़े दंगों की साजिश थी. इस मामले की जांच यूपी एसटीएफ कर रही थी. 

वीडियो: हाथरस पीड़िता के परिवार ने कहा- सीबीआई जांच से संतुष्ट

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