उत्तराखंड के हरिद्वार में एक धर्म संसद (Dharma Sansad) में वक्ताओं के 'कड़वे बोल' को लेकर नाराजगी है. इस धर्म संसद में वक्ताओं ने कथित तौर पर मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा की पैरवी की और 'हिंदू राष्ट्र' के लिए संघर्ष का आह्वान किया. पूर्व सेना प्रमुखों, कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों ने विवादित भाषण की तीखे शब्दों में निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है. तृणमूल कांग्रेस नेता और आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने इस मामले में आयोजकों आौर वक्ताओं के खिलाफ खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. तीन दिवसीय इस धर्मसंसद का समापन सोमवार को हुआ था.
कार्यक्रम को हुए तीन दिन बीत जाने के बाद गुरुवार को उत्तराखंड पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. हालांकि अभी तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है. उत्तराखंड पुलिस ने सिर्फ़ एक आरोपी को नामित किया है.
वक्ताओं को ऐसे भाषणों को लेकर पछतावा भी नहीं है, इनमें से कई अपने संबंध सत्ताधारी बीजेपी से होने का दावा कर रहे हैं. बार-बार पूछे जाने पर पुलिस की ओर से कहा गया कि कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है क्योंकि अब तक कोई शिकायत नहीं हुई है. हरिद्वार के एसपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा, 'पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए है.'
कार्यक्रम का आयोजन एक धार्मिक नेता यति नरसिंहानंद ने किया था, जिन पर इससे पहले भी नफरत भरे भाषणों से हिंसा को बढ़ावा देने के आरोप लग चुके हैं. साकेत गोखले की शिकायत के अनुसार, कार्यक्रम से जुड़े अन्य लोगों में हिंदू रक्षा सेना के प्रबोधानंद गिरी, बीजेपी महिला विंग की लीडर उदिता त्यागी और बीजेपी लीडर अश्विनी उपाध्याय हैं, जो हेट स्पीच केस में बेल पर हैं. NDTV से बात करते हुए पूजा शकुन ने कहा, 'देश का संविधान गलत है. भारतीयों को नाथूराम गोडसे की प्रार्थना करती चाहिए. मैं पुलिस से नहीं डरती.' हिंदू युवा वाहिनी के हिंदू राष्ट्र के संकल्प ने टेनिस की दिग्गज खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा ने भी प्रतिक्रिया दी है. मार्टिना ने ट्वीट किया, 'यह क्या हो रहा हैं???' सामने आए वीडियो में से एक में वक्ता स्वामी धरम दास महाराज, 'नाथूराम गोडसे बनने' और संसद में मनमोहन सिंह (पूर्व पीएम) को गोली मारने के के बारे में कह रहे हैं.
NDTV स्वतंत्र रूप से क्लिप की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता. नौसेना के पूर्व प्रमुख ने मामले में तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, 'इसे रोका क्यों नहीं जा रहा. हमारे जवान दो मोर्चो पर दुश्मन का सामना करना पड़ रहा. क्या हम सांप्रदायिक रक्तपाल, घरेलू उथलपुथल और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनामी चाहते हैं. ' पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीवी मलिक ने जवाब दिया, 'सहमत हूं. ऐसे भाषण सार्वजनिक सद्भाव को बिगाड़ते हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करते हैं. कार्रवाई की जरूरत है. ' एक्टर स्वरा भास्कर ने भी अपने ट्वीट में हरिद्वार वीडियो को 'फ्लैग' किया है विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, कार्यक्रम के कई वक्ता, लगातार ऐसी बात कहते रहे हैं. उदाहरण के तौर पर पूजा शकुन वर्ष 2019 में उस समय चर्चा में आई थीं जब उन्होंने महात्मा गांधी के पुतले पर गोली चलाई थी. उन्होने बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा में नारे भी लगाए थे.