ऑस्ट्रेलिया के मंत्री ने कड़े शब्दों वाले बयान के साथ सिखों पर हमले के आरोपी विशाल जूड (Vishal Jood) को वापस भारत निर्वासित किया है. 25 साल के विशाल जूड को सिखों पर हमले के आरोप में सजा सुनाई गई थी. ऑस्ट्रेलिया की जेल में सजा काटने के बाद उसे भारत निर्वासित कर दिया गया है. सिखों पर हमले (attacking Sikhs) के आरोप में जूड को कई बार जेल भेजा गया था. ऑस्ट्रेलिया के इमिग्रेशन एंड सिटिजनशिप मंत्री ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है.
ऑस्ट्रेलिया में सिखों पर हमले की इन घटनाओं के कारण माहौल काफी गरम हुआ था. कुछ लोगों का कहना है कि जूड ने केवल खालिस्तान समर्थक सिखों पर हमले किए. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Haryana CM Manohar Lal Khattar) ने जून में ऑस्ट्रेलियाई एजेंसियों से जूड की रिहाई की मांग की थी. जूड के समर्थकों ने उनकी रिहाई के लिए सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किए थे. उनका आरोप है कि खालिस्तान समर्थकों ने जूड पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें फंसाया है.
जूड को भारत निर्वासित करने के साथ ऑस्ट्रेलियाई मंत्री एलेन हॉक ने कड़े शब्दों वाला बयान जारी किया है. हॉक ने लिखा है कि ऑस्ट्रेलिया में सामाजिक समरसता के माहौल को बिगाड़ने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता और वैमनस्य के खिलाफ खड़े हुए समुदाय के नेताओं का वो आभार प्रकट करते हैं.