Haryana Election Results 2024: हरियाणा में तमाम दावे हो रहे थे कि कांग्रेस की सरकार बननी तय है. चुनाव से कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री बदलने, किसानों की नाराजगी और पहलवानों के आरोपों को मुद्दा बताकर तमाम दावे किए गए. मगर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन, अमित शाह की रणनीति और जेपी नड्डा के संगठन कौशल ने हरियाणा में न सिर्फ जीत दर्ज की बल्कि अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. वो भी लगातार तीसरी बार. अब तक गुजरात और मध्य प्रदेश को ही भाजपा का गढ़ माना जाता था, लेकिन हरियाणा की जनता ने भी साफ कर दिया कि उसे पीएम मोदी के विजन पर भरोसा है.
नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय राजनीति में आने से पहले भाजपा का राष्ट्रीय स्तर पर वोट 23 प्रतिशत था. 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा का औसत वोट बढ़कर 35 प्रतिशत हो गया. चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा में भी हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को अकेले 39.82 प्रतिशत वोट मिले हैं. हरियाणा में ये भाजपा का अब तक का सबसे ज्यादा मत प्रतिशत है. पीएम मोदी के धुआंधर प्रचार, हरियाणा में कराए गए विकास कार्य और नेतृत्व परिवर्तन जैसे फैसलों ने जनता को भाजपा के पक्ष में वोट करने के लिए मजबूर कर दिया.
अब तक की ऐतिहासिक जीत
भाजपा ने सभी को चौंकाते हुए तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाने के लिए निर्णायक बढ़त बना ली है. चुनाव आयोग के अनुसार, अभी तक के मतगणना के अनुसार, हरियाणा चुनाव में भाजपा को 39.8 प्रतिशत, कांग्रेस को 39.65, आप को 1.76, जेजेपी को 0.89, आईएलडी को 4.32 प्रतिशत मिले हैं. साफ जाहिर है कि भाजपा और कांग्रेस के मतों में ज्यादा का अंतर नहीं है, लेकिन भाजपा फिर भी 50 सीटों के आंकड़े को छूने की तरफ बढ़ रही है.
2009 में हुए हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भाजपा का मत प्रतिशत 9.04 फीसदी था. इस चुनाव में भाजपा को महज 4 सीटें मिलीं थीं. 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनते ही भाजपा का मत प्रतिशत बढ़कर 33.2 हो गया और सीटों की संख्या बढ़कर 47 हो गई. इसके साथ ही हरियाणा में पहली बार भाजपा अपने बल पर सत्ता में आई. इसके बाद 2019 के चुनाव में फिर कांग्रेस ने हवा बनाई कि सरकार बदलने वाली है, मगर ऐसा न हो सका. 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा का फिर वोट प्रतिशत बढ़कर 36.49 तक पहुंच गया. हालांकि, उसकी सीटों की संख्या घटकर 40 तक पहुंच गई. मगर सरकार भाजपा ने ही बनाई. अब 2024 में एक बार फिर पीएम मोदी के मुख्यमंत्री बदलने के निर्णय का साथ देते हुए हरियाणा की जनता ने भाजपा की झोली सीटों से भर दी.
सबसे खास बात ये है कि जाटलैंड में भी कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है. अभी तक के आंकड़ों के अनुसार, 33 जाट बाहुल्य सीटों में कांग्रेस महज 14 सीटों पर आगे है. वहीं इन सीटों पर कमजोर मानी जानी वाली भाजपा 17 सीटों पर आगे है. निर्दलीय भी 2 सीटों पर आगे हैं. साफ है कि कांग्रेस को जिस वोटर्स पर सबसे ज्यादा भरोसा था, उसी ने उसका साथ नहीं दिया. वहीं पीएम मोदी ने हरियाणा की सभी 36 बिरादरी को जोड़कर अपने पक्ष में कर लिया.