Haryana Polls 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव से जुड़ी बड़ी बातें.
Haryana Polls 2024: हरियाणा में विधानसभा (Haryana Assembly Election 2024) की 90 सीटों के लिए वोटिंग हो चुकी है. एग्जिट पोल के नतीजे भी आ चुके हैं. इसमें भविष्यवाणी की गई है कि कांग्रेस बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर रही है. एग्जिट पोल्स में कांग्रेस को 65 सीटें मिलने तक की भविष्यवाणी की गई है. हालांकि असली पिक्चर काउंटिंग डे यानी की आठ अक्टूबर को सामने आएगी. क्या एग्जिट पोल सही साबित होगा या फिर मामला पलट जाएगा, इस पर दोनों दलों की निगाहें लगी हुई हैं.
हरियाणा में हुआ है 66 पर्सेंट मतदान
हरियाणा विधानसभा चुनाव में शनिवार को 66 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ.
हरियाणा में 2019 के विधानसभा चुनाव में लगभग 68 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि इस साल लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य की कुल 10 सीट पर 64.8 वोटिंग हुई थी.
- भाजपा, कांग्रेस, इनेलो-बसपा और जजपा-आजाद समाज पार्टी गठबंधन और आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ने वाली प्रमुख पार्टियां हैं.
- हरियाणा में कुल 1,031 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 101 महिलाएं और 464 निर्दलीय प्रत्याशी शामिल हैं.
- इस चुनाव में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, भाजपा के अनिल विज और ओपी धनखड़, कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा और विनेश फोगाट, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अभय सिंह चौटाला और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के दुष्यंत चौटाला प्रमुख चेहरों में शामिल हैं.
हरियाणा विधानसभा चुनाव की बड़ी बातें
- बीजेपी की नजर हरियाणा में हैट्रिक पर है, जबकि कांग्रेस एक दशक बाद राज्य में वापसी की आस लगाए बैठी है. हरियाणा के रण में अन्य प्रमुख पार्टियां आम आदमी पार्टी (AAP), इंडियन नेशनल लोक दल (INLD), बहुजन समाज पार्टी (BSP), जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) हैं.
- बीजेपी के चुनावी कैंपेन की अगुवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. उन्होंने राज्य में चार रैलियां कर कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राम मंदिर मुद्दे समेत देश के लिए जरूरी हर मामले को उलझाए रखा.
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी कई चुनावी सभाएं कीं, जहां उन्होंने कहा कि हरियाणा में "कांग्रेस का तूफान" है और उनकी पार्टी ही सरकार बनाएगी. यह सरकार गरीबों और किसानों के लिए होगी और "मोहब्बत की दुकान" भी होगी, जिसे राज्य के हर कोने में खोला जाएगा.
- कांग्रेस ने भिवानी विधानसभा सीट अपने सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) या सीपीआई (एम) के लिए छोड़ दी है, जबकि बीजेपी सिरसा सीट पर चुनाव नहीं लड़ रही है, इस सीट से हरियाणा लोकहित पार्टी के चीफ गोपाल कांडा फिर से चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं.
- बीजेपी-कांग्रेस के बीच ज्यादातर सीटों पर सीधी टक्कर मानी जा रही है. इनमें मुख्यमंत्री नायब सैनी (लाडवा), विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा (गढ़ी सांपला-किलोई), इनेलो अभय सिंह चौटाला (ऐलनाबाद), जेजेपी के दुष्यंत चौटाला (उचाना कलां), बीजेपी के अनिल विज (अंबाला कैंट), कैप्टन अभिमन्यु (नारनौंद) ) और ओपी धनखड़ (बादली), आप के अनुराग ढांडा (कलायत) और कांग्रेस की विनेश फोगाट (जुलाना) सीटें प्रमुख हैं.
- बीजेपी ने पूर्व सीएम भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई को हिसार के आदमपुर, जबकि महेंद्रगढ़ के अटेली से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को उम्मीदवार बनाया है. सावित्री जिंदल (हिसार), रणजीत चौटाला (रानिया) और चित्रा सरवारा (अंबाला कैंट) से निर्दलीय उम्मीदवारों के तौर पर मैदान में हैं.
- उचाना से दुष्यंत चौटाला, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे और कांग्रेस उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह को चुनौती दे रहे हैं. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के कुछ बागी भी चुनावी मैदान में हैं. तोशाम सीट से पूर्व बीजेपी सांसद श्रुति चौधरी और उनके चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी चुनाव लड़ रहे हैं. डबवाली से चौधरी देवीलाल के पोते और इनेलो उम्मीदवार आदित्य देवीलाल का मुकाबला पूर्व उपप्रधानमंत्री के पोते और जेजेपी के दिग्विजय सिंह चौटाला से है.
- 2019 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 40 सीटों, कांग्रेस ने 31 और जेजेपी ने 10 सीटों पर जीत हासिल की थी. तब बीजेपी ने जेजेपी के समर्थन से सरकार बनाई थी, जबकि ज्यादातर निर्दलीय विधायकों ने भी उसको समर्थन दिया था. हालांकि बीजेपी ने मार्च में मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया तो बीजेपी-जेजेपी गठबंधन ख़त्म हो गया.
- डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस शत्रुजीत कपूर ने कहा कि हरियाणा पुलिस स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए तैयार है. 30,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी और 225 अर्धसैनिक बल की कंपनियां तैनात हैं. कुल वोटर्स में से 1.07 करोड़ पुरुष, 95 लाख महिलाएं और 467 ट्रांसजेंडर हैं. वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी.
- 100 साल से ज्यादा उम्र के 8,821 वोटर्स हैं, जिनमें 3,283 पुरुष और 5,538 महिलाएं शामिल हैं. सर्विस वोटरों की कुल संख्या 1.09 लाख है. खासकर, 2019 के विधानसभा चुनावों में करीब 68 प्रतिशत वटिंग दर्ज की गई थी.
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