वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को पेश किए गए आम बजट 2025 (Union Budget 2025) में विदेशी मोटरसाइकिलों पर लगने वाले कस्टम ड्यूटी को घटाने का ऐलान किया है. इसके तहत 1600 CC इंजन क्षमता वाली मोटरसाइकिलों की यूनिट पर इंपोर्ट ड्यूटी 50% से घटाकर 40% कर दी गई है. इंपोर्ट ड्यूटी की नई दर विदेश से आने वाली सभी हाई कैपिसीटी बाइक पर लागू होंगी. इससे भारत में Harley Davidson समेत दूसरी विदेशी बाइकें सस्ती हो जाएंगी. इस कदम को मोदी सरकार (Modi Government) का अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के साथ व्यापारिक सहयोग के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने इन बाइकों पर कस्टम ड्यूटी घटाने की मांग की थी.
बजट 2025-26 के मुताबिक, सेमी-नॉक्ड डाउन (SKD) किट पर इंपोर्ट ड्यूटी 25% से घटाकर 20% कर दी गई है. कंप्लीटली नॉक्ड डाउन (CKD) यूनिट्स पर 10% टैक्स लगेगा. ये पहले 15% था. CBU पर कस्टम ड्यूटी 50% से घटाकर 30% कर दी गई है. ट्रंप की मांग के बाद भारत करीब 7-8 हाई-एंड प्रोडक्ट पर कस्टम ड्यूटी में कटौती करने की योजना बना रहा है. इसमें स्पेशल स्टील, हाई-एंड मोटरसाइकिल और इलेक्ट्रॉनिक आइटम शामिल हैं.
दरअसल, हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिलों का हाई टैरिफ रेट पर इंपोर्ट लंबे समय से भारत और अमेरिका के बीच विवाद का विषय रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने कहा था कि हार्ले डेविडसन पर 50% इंपोर्ट ड्यूटी मंजूर नहीं है. हालांकि, ट्रंप ने ये भी माना था कि उनके दोस्त प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के बाद इस इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 50% कर दिया है. अब बजट में सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी में 10% की और कटौती की है. बता दें, हार्ले डेविडसन भारत में 10 नए मॉडल ऑफर करता है.
कौन-सी बाइक हो सकती हैं सस्ती?
-हार्ले डेविडसन
-कावासाकी निंजा 650
-होंडा CBR650R
-कावासाकी निंजा 1000SX
-एप्रिलिया RS660
-अफ्रीका ट्विन
-गोल्ड विंग
-याम्हा YZF R1
-याम्हा MT 09
CKD और SKD का मतलब समझिए
CKD यानी कंप्लीटली नॉक्ड डाउन यूनिट. इसका मतलब ऐसे प्रोडक्ट से है, जिन्हें अलग-अलग पार्ट्स में इंपोर्ट किया जाता है. फिर भारत में असेंबल किया जाता है. CKD यूनिट विदेश में बनाई जाती हैं, लेकिन इससे लोकल को रोजगार मिलता है. दूसरी ओर, SKD यानी सेमी नॉक्ड डाउन का मतलब ऐसे प्रोडक्ट से है, जिसमें आंशिक रूप से असेंबल किए गए प्रोडक्ट की फाइनल असेंबली इंपोर्ट करने वाले देश में की जाती है.
इन दोनों के अलावा एक और टर्म होता है CBU. यानी कंप्लीटली बिल्ट-अप यूनिट. ये प्रोडक्ट रेडिमेड आइटम की तरह होते हैं. CBU आमतौर पर उन बाइक में देखा जाता है, जिनका प्रोडक्शन भारत में नहीं होता. ऐसे बाइक को उसके सभी सामान के साथ एक बॉक्स में भेजा जाता है.