"हनुमानजी उन्हें लाएंगे...": राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने वालों पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.

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केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान.
नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन समारोह से पहले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि जो लोग समारोह में शामिल नहीं होना चाहते हैं, उन्हें हनुमानजी समारोह स्थल तक ले जाएंगे.

एकाग्रता समारोह में बोलते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ''कई सालों के संघर्ष के बाद 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होगा. आज से राम भक्त घर-घर जाकर निमंत्रण दे रहे हैं. हालांकि 22 जनवरी को हर किसी को नहीं जाना चाहिए. लेकिन उद्घाटन के बाद यूपी सरकार और मंदिर समिति की गाइडलाइन का पालन करते हुए लोग वहां जा सकते हैं.''

रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी.

जब उनसे उन लोगों के बारे में पूछा गया जो निमंत्रण के बाद भी अभिषेक समारोह में शामिल होने नहीं जा रहे हैं, तो उन्होंने कहा, "उनको हनुमानजी ले आएंगे (भगवान हनुमान उन्हें लाएंगे."

अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने को लेकर विपक्षी खेमे में असमंजस की स्थिति है. सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने एक्स पर एक पोस्ट में घोषणा की है कि वो अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर का इस्तेमाल 'राजनीतिक फायदे' के लिए कर रही है.

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "सीपीआई (एम) की नीति धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करने और प्रत्येक व्यक्ति के अपने विश्वासों को आगे बढ़ाने के अधिकार की रक्षा करने की रही है. धर्म एक व्यक्तिगत पसंद है, इसे राजनीतिक लाभ के साधन के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. ये एक राज्य प्रायोजित कार्यक्रम है, जिसमें पीएम और यूपी सीएम की मौजूदगी होगी.''

वहीं शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने भी अपने बयान में कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगे.

वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटका रही है बीजेपी- राउत
केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, "उनके पास एक विज्ञापन प्रणाली है, जिसके अनुसार वे काम करते हैं. वे चीजों का विज्ञापन करने में बेहद अच्छे हैं. अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन समारोह बेरोजगारी, महंगाई, कश्मीर और मणिपुर जैसे वास्तविक मुद्दों से देश के लोगों का ध्यान भटकाने का एक तरीका है."

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यूबीटी सेना सांसद ने कहा, "ये सब राजनीति है. कौन भाजपा के कार्यक्रम में शामिल होना चाहता है? ये कोई राष्ट्रीय कार्यक्रम नहीं है. ये भाजपा का कार्यक्रम है. ये भाजपा की रैली है. उसमें पवित्रता कहां है?' हम भाजपा का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद अयोध्या जाएंगे."

हालांकि, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.

वहीं, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी कहा है कि वो समारोह में शामिल होंगे, चाहे निमंत्रण आए या नहीं. सीएम सुक्खू ने कहा, "अगर निमंत्रण आता है या नहीं, हम वहां जाएंगे, समारोह में भाग लेने के बारे में कोई दूसरा विचार नहीं है."

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