निखिल गुप्ता अदालत में पेश, पन्नून की हत्या की साजिश में शामिल होने से इनकार
Pannun Murder Conspiracy: खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के मामले का भारत और अमेरिका दोनों बेहद सतर्कता बरत रहे हैं. कहा जा रहा है कि इससे भारत और अमेरिका के संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. निखिल गुप्ता (53) को न्यूयॉर्क में खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में अमेरिका सरकार के अनुरोध पर 30 जून, 2023 को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था. उसे बीते 14 जून को अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था. मामले में अगली अदालती सुनवाई 28 जून को होगी.
- अमेरिका में एक सिख अलगाववादी की सुपारी देकर हत्या कराने की साजिश में शामिल होने के आरोपी भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को अब अमेरिका की एक अदालत में मुकदमे का सामना करना पड़ेगा. अटॉर्नी जनरल मेरिक गार्लैंड ने यह जानकारी देते हुए कहा कि देश अपने नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिशों को बर्दाश्त नहीं करेगा. निखिल को 30 जून, 2023 को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था.
- अमेरिका के अधिकारियों ने खालिस्तानी अलगाववादी और प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) संगठन के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू को अमेरिकी धरती पर मारने के प्रयास के लिए भारत सरकार द्वारा नियुक्त एक अधिकारी पर हत्या के आरोप का आरोप लगाया है. हालांकि, भारत ने साफ कर दिया है कि इस साजिश से भारत का कोई लेना-देना नहीं है.
- यह घटनाक्रम भारत में संपन्न द्विपक्षीय बैठक के दौरान अमेरिका द्वारा साझा की गई सुरक्षा चिंताओं पर एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद आया था.
- अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने अमेरिका स्थित सिख अलगाववादी आंदोलन के एक नेता और न्यूयॉर्क में एक नागरिक की हत्या की कथित साजिश के लिए एक भारतीय नागरिक के खिलाफ आरोप दायर किया है. पन्नू के पास कनाडा और अमेरिका दोनों देशों की नागरिकता है.
- अमेरिका द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, भारत सरकार के एक कर्मचारी ने कथित तौर पर हत्या के लिए एक शख्स को नियुक्त करने के लिए निखिल गुप्ता नाम के आरोपी व्यक्ति को शामिल किया था. निखिल गुप्ता फिलहाल हिरासत में हैं और उन्हें अधिकतम 10 साल जेल की सजा हो सकती है.
- अमेरिका और चेक गणराज्य के बीच प्रत्यर्पण संधि के बाद 30 जून को चेक अधिकारियों ने गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद निखिल को चेक की एक जेल में रखा गया. 14 जून को उसे अमेरिका लाया गया है.
- निखिल गुप्ता के बारे में दावा किया जा रहा है कि वह सुपारी दिये जाने वाले शख्स के संपर्क में था. इन दोनों ने फोन पर अंतरराष्ट्रीय नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी को लेकर चर्चा की थी.
- अमेरिकी न्याय विभाग ने संगठित अपराधियों, सुपारी किलर्स और आतंकवादियों के बीच संबंध के बारे में साझा की गई जानकारी के बाद मामले का खुलासा किया. भारत ने इन सुरक्षा चिंताओं के जवाब में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है.
- भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ऐसी जानकारियों को गंभीरता से लेता है और संबंधित विभाग इस मुद्दे की जांच कर रहे हैं, क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को प्रभावित करता है.
- इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार से जून में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की उनके देश की जांच में सहयोग करने का आग्रह किया है. सीबीसी के साथ एक इंटरव्यू में ट्रूडो ने इस मामले पर भारत को गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया. भारत ने पहले ट्रूडो द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया था, इसे "बेतुका और राजनीति से प्रेरित" बताया था. बता दें कि निज्जर की मौत में भारत की संलिप्तता के संबंध में ट्रूडो के आरोपों के दो महीने बाद अमेरिकी न्याय विभाग ने पन्नू की हत्या की साजिश के बारे में मामला दर्ज किया.
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