अप्रैल 2019 से पूरी तरह से बंद जेट एयरवेज (Jet Airways) अगले साल गर्मियों की शुरुआत से फिर से हवाई सेवा शुरु करने जा रहा है. दुबई के उद्यमी मुरारी लाल जालान और लंदन स्थित कलारोक कैपिटल के नेतृत्व वाले एक कंसोर्टियम, ने इसका ऐलान किया है. यही कंसोर्टियम जेट एयरवेज का नया मैनेजमेंट है. नए मैनेजमेंट ने सोमवार को दो साल से बंद पड़ी पड़ी एयरलाइन्स के रिवाइवल प्लान का ऐलान किया. बता दें कि भारी कर्ज के बाद जेट एयरलाइन्स में सैलरी का संकट बढ़ गया था, इसके बाद अप्रैल 2019 में परिचालन ठप हो गया था.
कंसोर्टियम ने एक बयान जारी कर कहा है, "जेट 2.0 का उद्देश्य जेट एयरवेज के सभी मार्गों पर अधिक दक्षता और उत्पादकता सुनिश्चित करने के साथ-साथ उपयुकक्त प्रक्रियाओं और प्रणालियों के जरिए पिछले गौरव को पुनर्जीवित करना है." समूह ने कहा कि अगर सब कुछ योजना के अनुसार हो जाता है और कंसोर्टियम को समय पर एनसीएलटी और नियामक मंजूरी मिल जाती है, तो जेट एयरवेज 2021 की गर्मियों तक वापस आसमान में आ जाएगी.
न्यू मैनेजमेंट के मुताबिक, "पहले की तरह ही दिल्ली, मुंबई, और बेंगलुरु जेट 2.0 का प्रमुख केंद्र (हब) रहेगा." एयरलाइन टियर 2 और टियर 3 शहरों का एक उप हब बनाकर वहां भी उड़ानों का संचालन करेगी ताकि इन शहरों में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिल सके.
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एयरलाइन के नए प्रबंधन के बोर्ड सदस्य मनोज नरेंद्र मदनानी ने कहा, "जेट एयरवेज 25 वर्षों से अधिक समय से शानदार इतिहास के साथ एक ब्रांड रहा है. कंसोर्टियम की नजर और योजना अब जेट एयरवेज को जल्द से जल्द हवाई पट्टी पर उतारने की है. हमने इस ब्रांड को बड़ा और बेहतर बनाते हुए पूरे गर्मजोशी और जीवंतता के साथ फिर से सक्रिय करने का लक्ष्य रखा है."
जेट एयरवेज का रिवाइवल प्लान इसलिए भी अहम है क्योंकि कोरोना वायरस संकट की वजह से माल ढुलाई सेवाओं की मांग बढ़ी है. इस महामारी ने देश की अर्थव्यवस्था को एक रिकॉर्ड स्तर पर मंदी में धकेल दिया है. इसकी वजह से हजारो लोगों को नौकरियां गंवानी पड़ी है.