ग्रेटर नोएडा : 10000 लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाला गो वे कंपनी का निदेशक गिरफ्तार

पुलिस ने कुणाल की फ्लाइट टिकट की फोटो व ग्रेटर नोएडा पहुंचने की खास सूचना मुखबिर से प्राप्त कर पुलिस ने कुणाल को धर दबोचा

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
करोड़ों की ठगी करने वाला गो वे कंपनी का निदेशक गिरफ्तार (प्रतीकात्मक फोटो)
ग्रेटर नोएडा:

ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 कोतवाली पुलिस ने करीब 10 हजार लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले गो वे कंपनी के निदेशक और मास्टमाइंड कुणाल सेन को एच्छर गांव के पास से गिरफ्तार किया है. इस केस में आरोपी दंपती अनिल सेन और मीनू सेन को पुलिस पहले ही गिरफ्तार चुकी है. आरोपियों ने लोगों को एक साल में धन दोगुना करने का लालच देकर ठगी का शिकार बनाया था. आरोपी वर्ष 2019 में दफ्तर बंद कर फरार हो गए थे.  

बाइक बोट की तर्ज पर इलेक्ट्रानिक स्कूटी चलवाने के नाम पर वर्ष 2019 में गो वे कंपनी का आफिस दंपती अनिल सेन व मीनू सेन ने खोला. दंपती का बेटा कुणाल कंपनी में निदेशक बना, जबकि दंपती सीएमडी के पद पर थे. कुणाल ने ही माता-पिता को इस तरह से स्कीम चलाने का आइडिया दिया. इस स्कीम में निवेशकों से 62 हजार रुपये इलेक्ट्रिक स्कूटी के नाम पर निवेश करवाए. एक साल में रकम दोगुना वापस करने का झांसा दिया गया.

नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली, हरियाणा के लोगों ने कई-कई स्कूटी के नाम पर कंपनी में रकम निवेश कर दी. एक साल तक करीब दस हजार लोगों से करोड़ों की ठगी करने के बाद आरोपित आफिस पर ताला लगाकर फरार हो गए. निवेशक ने आफिस पर धरना देने और हंगामा करने पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर करीब एक साल बाद वर्ष 2021 में दंपती अनिल-मीनू गिरफ्तार हुए. अब उनका बेटा कुणाल भी पुलिस के हत्थे चढ़ा है.

Advertisement

कैश एजेंट के साथ हुई लूट के मास्टर माइंड को लगी गोली, दारोगा की पिस्टल छीनकर भागने के दौरान हुई थी मुठभेड़

Advertisement

एडिशनल डीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि पुलिस को गुमराह करने के लिए कुणाल अपना मोबाइल मुंबई छोड़ कर आया था, जिससे कि पुलिस उसकी मोबाइल लोकेशन निकाले तो वह मुंबई की आए. पुलिस ने कुणाल की फ्लाइट टिकट की फोटो व ग्रेटर नोएडा पहुंचने की खास सूचना मुखबिर से प्राप्त कर पुलिस ने कुणाल को धर दबोचा. करोड़ों की ठगी करने वाले आरोपितों ने लोगों की रकम कहां निवेश की है इसकी जांच की जा रही है. निवेशकों को अभी तक ठगी की रकम वापस नहीं मिल पाई है. 

Advertisement

एडिशनल डीसीपी न बताया कि गिरफ्तार किए जा चुके अनिल व मीनू सेन ने हरियाणा के गुरुग्राम में ई रिक्शा का काम शुरू किया था. ठगी को अंजाम देने के बाद से ही कुणाल मुंबई में पुलिस से छिप कर रह रहा था, जबकि दंपती गुरुग्राम में फार्म हाउस में शरण लिए हुए थे. वहां ई रिक्शा मैनुफैक्चरिग का काम शुरू किया था. गैंगस्टर एक्ट के तहत आरोपितों की संपत्ति जब्त की जाएगी. ठगी के तीनों आरोपित अब सलाखों के पीछे पहुंच चुके है. संपत्ति चिह्नित की जा रही है. जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

Advertisement


 

Featured Video Of The Day
India Pak Tension: गृह मंत्री के घर में विद्रोहियों की लगाई आग में कैसे झुलसा PAK? Khabron Ki Khabar
Topics mentioned in this article