नई दिल्ली: अनजान अंतरराष्ट्रीय नंबरों से व्हॉट्सऐप पर अवांछित (स्पैम) कॉल के मामले में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय संदेश ऐप को नोटिस भेजेगा. सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि उपयोगकर्ता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी मंच की है.
केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल मंच जिम्मेदार और जवाबदेह हैं. उन्होंने कहा कि सरकार कथित दुरुपयोग या उपयोगकर्ताओं की निजता के कथित उल्लंघन के हर मामले का जवाब देगी. उन्होंने संकेत दिया कि इस पहलू की भी जांच की जा रही है कि लक्षित व्हाट्सऐप नंबरों को किस तरह चिह्नित किया जा रहा है और उनके पास ये नंबर कैसे पहुंच रहे हैं और कहीं इसके लिए डाटाबेस का उपयोग तो नहीं किया जा रहा है.
मंत्री का बयान ऐसे समय में बहुत महत्वपूर्ण है जब भारत में भारी संख्या में व्हॉट्सएप उपभोक्ताओं की ओर से पिछले कुछ दिन में अवांछित अंतरराष्ट्रीय कॉल आने की शिकायतों बढ़ी हैं. व्हॉट्सऐप के कई उपभोक्ताओं ने सोशल मीडिया मंच ट्विटर पर शिकायत की है कि ऐसे अनचाहे कॉल में से अधिकतर नंबर इंडोनेशिया (+62), वियतनाम (+84), मलेशिया (+60), केन्या (254) और इथोपिया (+251) के हैं.
चंद्रशेखर ने बृहस्पतिवार को कहा कि मंत्रालय ने इस मामले को संज्ञान में लिया है और इस संबंध में व्हॉट्सएप को नोटिस भेजेगा. पब्लिक अफेयर्स फोरम ऑफ इंडिया (पीएएफआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम से इतर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “मंत्रालय इसका संज्ञान ले रहा है और उन्हें नोटिस भेजेगा.”
उन्होंने कहा कि अगर यह स्पैम का मुद्दा है तो इसे निश्चित रूप से व्हाट्सऐप या अन्य संदेश ऐप को देखना चाहिए. मंत्री ने कहा कि इस समय इसका पता लगाना बहुत जरूरी है कि कॉल करने वाले इन नंबरों का पता कैसे लगा पा रहे हैं. चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि सरकार स्मार्टफोन में पहले से मौजूद ऐप की अनुमति के लिए दिशानिर्देश तय करने पर विचार कर रही है.
मंत्री ने कहा कि यह स्पष्ट है कि उपभोक्ताओं की सुरक्षा एवं भरोसा सुनिश्चित करने के लिए मंच जिम्मेदार है. व्हाट्सऐप के एक प्रवक्ता ने ईमेल के माध्यम से बताया कि अंतरराष्ट्रीय अवांछनीय कॉल एक नया तरीका है जिसे हाल ही में अपनाया गया है और मंच ने इस तरह की घटनाओं में उल्लेखनीय रूप से कमी लाने के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) तंत्र को तेजी से बढ़ाया है.
उन्होंने कहा, “हमारी नई व्यवस्था वर्तमान कॉलिंग दर को कम से कम 50 प्रतिशत तक घटा देगी. हम मौजूदा घटनाओं को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में सक्षम होने की उम्मीद करते हैं. हम अपने उपभोक्ताओं के लिए एक सुरक्षित अनुभव सुनिश्चित करने की दिशा में लगातार काम करना जारी रखेंगे.”
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