कोरोना महामारी के दौर में देश में इस वर्ष अगस्त से दिसंबर माह तक वैक्सीन की 200 करोड़ से अधिक डोज उपलब्ध होने की संभावना है. सरकार के एक शीर्ष सलाहकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी. इससे भारत में टीकाकरण की तैयारियों में आया गतिरोध दूर होने की उम्मीद बंध गई है. सरकार के सलाहकार वीके पॉल ने गुरुवार को एक न्यूज कॉन्फ्रेंस में बताया कि इन वैक्सीन में 75 करोड़ AstraZeneca की वैक्सीन (कोविशील्ड) शामिल होंगे, जिसका निर्माण देश में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा किया जा रहा है. इसके अलावा कोवैक्सीन की करीब 55 करोड़ डोज भी इसमें होंगी. कोवैक्सीन का निर्माण भारत बायोटेक द्वारा आईसीएमआर के सहयोग से किया जा रहा है.
कोविशील्ड की दूसरी डोज अब 12-16 हफ्तों के बाद लगेगी, अदार पूनावाला बोले- गुड डिसीज़न
दो अरब डोज (216 crore) अगले पांच माह में भारत में देश के लोगों के लिए बनाए जाएंगे. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि वैक्सीन अब सबके लिए उपलब्ध होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगले वर्ष यानी 2022 के पहले क्वार्टर में यह संख्या 300 करोड़ तक पहुंच सकती है. वीके पॉल ने कहा, "मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि रूस की वैक्सीन स्पूतनिक-V के अगले हफ्ते बाजार में उपलब्ध होने की उम्मीद है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि रूस से जो सीमित आपूर्ति हुई है, उसकी बिक्री अगले सप्ताह शुरू होगी." उन्होंने कहा कि आगे वैक्सीन की आपूर्ति होती रहेगी और इसका उत्पादन जुलाई में शुरू होगा. उन्होंने कहा कि इस अवधि में स्पूतनिक-v की अनुमानित 15.6 करोड़ खुराक उपलब्ध होगी.
VIDEO : बिहार के किशनगंज में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को पुलिस ने दी 'अनोखी' सजा...
गौरतलब है कि वैक्सीन निर्माण का global hub होने के बावजूद भारत अब तक 3% से भी कम आबादी को कोरोना का टीका लगा पाया है. इस मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार को विपक्ष की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. विदेश में वैक्सीन देने को लेकर सरकार पर निशाना साधा गया है. इस समय जब केंद्र सरकार ने वैक्सीन का 'भार' राज्य सरकारों पर डाल दिया है, कई जगह वैक्सीन का स्टॉक की कमी होने की शिकायतें सामने आ रही है. राज्य को वैक्सीन के लिए विदेश से निविदा आमंत्रित करनी पड़ रही है.
कोरोना संकटः भारत में वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार पर संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
देश इस समय कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है. ऐसे में कोरोना केसों की संख्या में इजाफा हुआ है और स्वास्थ्य सेवा पर दबाब बढ़ता जा रहा है. देश के ज्यादातर शहरों के अस्पताल इस समय बेड व ऑक्सीजन की समस्या का सामना कर रहे हैं. लॉकडाउन जैसे तमाम उपायों के बीच देश में कोरोना केसों की संख्या कुछ कम हुई है लेकिन अभी भी तीन लाख से अधिक केस देश में रोजाना दर्ज हो रहे हैं.पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना वायरस के 3,62,727 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि इस दौरान 4120 लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही कुल सक्रिय मामलों की संख्या 3710525 हो गई है. पिछले 24 घंटे में 355181 लोग कोरोना वायरस से ठीक हुए हैं.