खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि केंद्र ने खाद्य पदार्थों की खुदरा कीमतों को नियंत्रित करने के लिए पिछले कुछ साल में कई सक्रिय कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार देश की आर्थिक वृद्धि सुनिश्चित करते हुए मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखेगी. वह यहां राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
नवंबर में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर
नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों की ऊंची कीमतों के कारण नवंबर में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर तीन महीने के उच्चतम स्तर 5.55 प्रतिशत पर पहुंच गई. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर में 4.87 फीसदी थी.
140 नए मूल्य निगरानी केंद्र स्थापित किए गए
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि जरूरी वस्तुओं की थोक और खुदरा कीमतों पर कड़ी नजर रखने के लिए 140 नए मूल्य निगरानी केंद्र स्थापित किए गए हैं. उन्होंने कहा, “आज दैनिक आधार पर 550 (उपभोक्ता) केंद्रों पर कीमतों की निगरानी की जा रही है. इससे उपभोक्ताओं को मूल्य वृद्धि से बचाने में मदद मिलती है.”
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में जब पूरी दुनिया में खाद्य पदार्थों में बहुत अधिक मुद्रास्फीति देखी गई, तब भारत सक्रिय राजकोषीय और मौद्रिक नीतियों के माध्यम से मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में सक्षम था.