गोवा में मौसम गुलजार, टूरिज्‍म पर महंगे टिकट की मार! केंद्र को चिट्ठी लिखेंगे सीएम सावंत 

पीक सीजन में गोवा के लिए एकतरफा हवाई टिकट की कीमतें ₹15,000 से ₹20,000 तक पहुंच जाती हैं, जो कई बार थाईलैंड या दुबई जैसी जगहों से भी महंगी होती हैं.

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गोवा पर्यटन को लेकर सीएम सावंत हैं गंभीर
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  • गोवा में विदेशी पर्यटकों की संख्या में 48% की वृद्धि हुई है.
  • होटल बुकिंग 80-90% तक पहुंच गई है, पर्यटन में सुधार दिख रहा है.
  • हालांकि महंगे हवाई टिकट गोवा में यात्रा की एक बड़ी बाधा बन गए हैं.
  • सीएम प्रमोद सावंत ने केंद्र सरकार को पत्र लिखने की बात कही है.
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पणजी:

देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों (Tourism Places) में से एक गोवा(Goa) इन दिनों देश-विदेश के पर्यटकों से भरा हुआ है. होटल्स 80-90% तक बुक हैं, विदेशी पर्यटकों की संख्या में पिछले साल के मुकाबले 47.55% की बढ़त दर्ज हुई है और मई 2023 के मुकाबले इस साल मई तक कुल पर्यटकों की संख्या में 8.65% की वृद्धि हुई है. लेकिन इस रफ्तार के बीच 'महंगे फ्लाइट्स टिकट' एक बड़ी बाधा हैं. दिल्‍ली से गोवा की फ्लाइट पहले जहां 2,500 से 3,000 रुपये में मिल जाती थी, वो इन दिनों लगभग दोगुनी या उससे भी ज्‍यादा महंगी हो गई है. वहीं विदेशों से गोवा की फ्लाइट काफी महंगी पड़ रही है. पीक सीजन में अक्‍सर ऐसा होता है.     

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए केंद्र सरकार को पत्र लिखने की बात कही है. NDTV से बातचीत में उन्होंने कहा कि पीक सीजन में गोवा आने वाले हवाई टिकट इतने महंगे हो जाते हैं कि वो विदेश यात्रा से भी ज्यादा खर्चीले हो जाते हैं. इसका असर सीधे गोवा के पर्यटन पर पड़ रहा है. 

हवाई टिकट बने परेशानी का सबब

पीक सीजन में गोवा के लिए एकतरफा हवाई टिकट की कीमतें ₹15,000 से ₹20,000 तक पहुंच जाती हैं, जो कई बार थाईलैंड या दुबई जैसी जगहों से भी महंगी होती हैं. सीएम सावंत ने कहा कि वे इस मुद्दे को नागरिक उड्डयन मंत्रालय के समक्ष रखेंगे और मांग करेंगे कि पर्यटन सीजन में टिकट कीमतों को नियंत्रित करने के लिए उचित व्यवस्था बनाई जाए.

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बारिश में भी पीक पर टूरिज्म 

इन दिनों जब देश के कई राज्यों में मानसून का असर है, गोवा के तटों पर रौनक कम नहीं हुई.
ऑफ-सीजन में भी होटल्स 80-90% तक फुल हैं.
पिछले साल मई की तुलना में घरेलू पर्यटकों की आमद में 7% की बढ़त हुई है.
विदेशी पर्यटकों की संख्या में तो 47.55% का रिकॉर्ड इजाफा दर्ज हुआ है.

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गोवा सरकार के बड़े कदम

गोवा सरकार ने पर्यटन को और अधिक व्यवस्थित बनाने के लिए कई सुधार किए हैं:

सिंगल विंडो रजिस्ट्रेशन: 

  • सभी विलाओं और होम-स्टे को ऑनलाइन सरकारी पोर्टल पर रजिस्टर किया गया है.
  • रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को सरल करते हुए केवल 5 अनुमति की आवश्यकता रखी गई है.

महिला सुरक्षा के लिए पिंक फोर्स

  • किसी भी संकट की स्थिति में महिला पर्यटक को केवल 5 मिनट में महिला अफसरों वाली गुलाबी यूनिफॉर्म वाली 'पिंक फोर्स' सहायता देने पहुंच जाती है.

कैंपिंग और खुले में खाना बनाने पर रोक

  • दूसरे राज्यों से कैंपिंग और कुकिंग गियर लेकर आने वाले पर्यटकों को अब सीमा पर ही रोक दिया जाता है.

कचरा प्रबंधन पर 400 करोड़ का निवेश

  • साफ-सफाई को लेकर सरकार ने 400 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है.
  • उद्देश्‍य पर्यटन स्थलों पर कचरे का बेहतर प्रबंधन करना है. 

डांस बार पर बैन, कैसीनो में कड़ी निगरानी

  • पूरे गोवा राज्य में डांस बार पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं.
  • समंदर में 6 और फाइव स्टार होटलों में 6 कुल 12 कैसीनो हैं, जहां सिर्फ मैकेनाइज्ड गेम्स को अनुमति है.

एआई टेक्नोलॉजी के साथ स्मार्ट टूरिज्म

  • गोवा सरकार अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों के जरिए पर्यटन अनुभव को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है.

पर्यटन में काफी संभावनाएं 

एक ओर गोवा में इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर, सुरक्षा और सुविधाओं पर लगातार सुधार हो रहा है, जिससे पर्यटन बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर हवाई यात्रा की बढ़ती लागत मध्यम वर्गीय सैलानियों के लिए बड़ी चुनौती बन रही है. सीएम प्रमोद सावंत को उम्‍मीद है कि केंद्र बढ़ते हवाई टिकटों के मुद्दे पर कोई पहल जरूर करेगी.   

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