गोवा कांग्रेस को आज कई त्यागपत्रों का सामना करना पड़ा है. इससे इस तटीय राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन को लेकर भ्रम की स्थिति निर्मित हो गई है क्योंकि राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi)आज गठजोड़ के मामले में कई बैठक करने वाली हैं. गोवा की पोरकोरिम विधानसभा सीट से कांग्रेस नेताओं ने एक ग्रप ने आज सुबह इस्तीफा दे दिया. निर्दलीय विधायक रोहन खुंटे द्वारा समर्थित इस ग्रुप ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी, वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर गंभीर नहीं है.
पोरकोरिम के इस ग्रुप की अगुवाई करने वाले पूर्व जिला पंचालय मेंबर गणेश नाइक ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी आने वाले गोवा चुनाव को गंभीरता से लेती नजर नहीं आ रही. कुछ नेताओं के रुख के कारण ऐसा लग रहा कि उन्हें कुछ रुचि ही नहीं है.. ' कांग्रेस को एक और झटका तब लगा जब दक्षिण गोवा के इसके सीनियर लीडर मोरेनो रेबेलो ने भी इस्तीफा दे दिया. रेबलो के इस्तीफे वाले पत्र में दावा किया गया है कि वे कर्टोरियन सीट से मौजूदा एमएलए, अलेक्सियो रेगिनाल्डो को पार्टी के हितों के खिलाफ काम करने के बावजूद, उम्मीदवार बनाने से खफा हैं.
गोवा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे लेटर में रेबेलो ने कहा, 'अलेक्सियो रेगिनाल्डो ने पिछले साढ़े चार साल में पार्टी की किसी गतिविधि में हिस्सा नहीं लिया है और पार्टी के नेताओं को केवल भलाबुरा ही कहा है.' विधानसभा चुनावों के लिए गोवा फारवर्ड पार्टी (GFP) के साथ 'अंडरस्टेडिंग' को लेकर कांग्रेस में मतभेद सामने आने के बाद ही इस्तीफों का यह सिलसिला शुरू हुआ है. गोवा कांग्रेस के चुनाव प्रभारी पी चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि GFP ने केवल कांग्रेस को समर्थन दिया है, उन्होंने कहा कि अभी इसे गठबंधन नहीं कहा जा सकता.