- उत्तरी गोवा के अरपोरा गांव में ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब में आग लगने से 25 की मौत हुई है
- आग सिलेंडर फटने से लगी, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने पहली मंजिल पर लगी आग होने की बात कही है
- आग लगने पर डांस फ्लोर पर 100 से अधिक लोग मौजूद थे, जिनमें से कई नीचे रसोईघर में फंस गए थे
उत्तरी गोवा के एक नाइट क्लब में आग लगने की घटना की एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि जब आग लगी तो कम से कम 100 लोग ‘डांस फ्लोर' पर मौजूद थे और स्वयं को बचाने के लिए उनमें से कुछ लोग नीचे की ओर रसोईघर में भाग गए जहां वे कर्मचारियों के साथ फंस गए. राज्य पुलिस ने हालांकि कहा कि नाइट क्लब में आग शनिवार आधी रात के बाद सिलेंडर फटने के कारण लगी लेकिन कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि आग क्लब की पहली मंजिल पर लगी जहां पर्यटक नाच रहे थे.
पुलिस ने बताया कि राज्य की राजधानी पणजी से 25 किलोमीटर दूर अरपोरा गांव में स्थित लोकप्रिय पार्टी स्थल ‘बर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में आग लगने से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई. राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि मारे गए अधिकतर लोग क्लब की रसोई में काम करते थे. उन्होंने बताया कि मृतकों में तीन महिलाएं और ‘‘तीन से चार पर्यटक'' भी शामिल हैं. हैदराबाद की निवासी एक पर्यटक फातिमा शेख ने रविवार तड़के अरपोरा में ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘आग की लपटें उठते ही अचानक अफरा-तफरी मच गई. हम क्लब से बाहर भागे तो देखा कि पूरा क्लब आग की लपटों में घिरा हुआ था.''
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डांस फ्लोर पर 100 लोग और लग गई आग
उन्होंने बताया कि वीकएंड होने की वजह से नाइट क्लब खचाखच भरा हुआ था और ‘डांस फ्लोर' पर कम से कम 100 लोग थे. शेख ने बताया कि आग लगने के बाद कुछ पर्यटक नीचे की ओर भागे और भूतल पर स्थित रसोई में चले गए. उन्होंने कहा, ‘‘वे (पर्यटक) अन्य कर्मचारियों के साथ वहीं फंस गए. कई लोग क्लब से बाहर निकलने में कामयाब रहे.'' शेख ने कहा कि कुछ ही देर में पूरा क्लब आग की चपेट में आ गया. उन्होंने कहा, ‘‘वहां ताड़ के पत्तों से बना एक अस्थायी ढांचा था, जिसने तेजी से आग पकड़ ली.''
संकरी गली क्लब होने से रेस्क्यू हुआ मुश्किल
नाइट क्लब संकरी गलियों में स्थित होने के कारण दमकल गाड़ियों के लिए क्लब तक पहुंचना संभव नहीं है और उनके टैंकरों को घटनास्थल से लगभग 400 मीटर दूर खड़ा करना पड़ा है. अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि संकरी गलियों के कारण घटनास्थल तक पहुंचना मुश्किल हो गया जिससे आग पर काबू पाना एक चुनौतीपूर्ण काम बन गया. उन्होंने कहा कि पीड़ित भूतल पर ही फंस रहे, जिसके कारण अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हुई.
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सीएम सावंत ने क्या कुछ बताया
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत घटनास्थल पहुंचे, सावंत ने संवाददाताओं को बताया कि नाइट क्लब ने अग्नि सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं किया था. सावंत ने कहा, ‘‘हम क्लब प्रबंधन और उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जिन्होंने सुरक्षा मानदंडों के उल्लंघन की अनदेखी की.'' अरपोरा-नागोआ पंचायत के सरपंच रोशन रेडकर ने बताया कि क्लब सौरव लूथरा संचालित करते थे जिनका अपने साझेदार के साथ विवाद था. उन्होंने कहा, ‘‘उनके बीच विवाद था और उन्होंने पंचायत में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. हमने परिसर का निरीक्षण किया और पाया कि उनके पास क्लब निर्माण की अनुमति नहीं थी.''
विधायक ने भी किया घटनास्थल का दौरा
रेडकर ने बताया कि पंचायत ने क्लब ढहाए जाने का नोटिस जारी किया था, जिस पर पंचायत निदेशालय के अधिकारियों ने रोक लगा दी थी. उन्होंने बताया कि परिसर के मूल मालिक ने लूथरा को यह जगह किराए पर दे दी थी. उन्होंने कहा, ‘‘आग लगने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. हम उन प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी कर रहे हैं जो नियमों का उल्लंघन करते पाए गए हैं. अब हमें और अधिक सतर्क रहना होगा.'' कलंगुटे के विधायक माइकल लोबो ने भी घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने कहा कि अधिकारी सभी क्लब का अग्नि सुरक्षा ऑडिट करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.
विधायक ने कहा कि कलंगुटे पंचायत सोमवार को सभी नाइट क्लब को नोटिस जारी कर अग्नि सुरक्षा अनुमतियां दिखाने करने के लिए कहेगी. उन्होंने कहा कि जिन क्लब के पास आवश्यक अनुमतियां नहीं हैं, उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)













