कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं की अगुवाई करने वाले गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने पार्टी नेतृत्व को तीखे तेवर दिखाने के एक दिन बाद रविवार को एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi)की तारीफ की. आजाद शनिवार को जम्मू में पार्टी के अन्य असंतुष्ट नेता कपिल सिब्बल, राज बब्बर, भूपिंदर सिंह हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा के साथ दिखे थे.
गुलाम नबी आजाद ने एक कार्यक्रम में कहा कि उन्हें बहुत सारे नेताओं की बहुत सी अच्छी-अच्छी बातें पसंद आती हैं. आजाद बोले, जैसे कि हमारे प्राइम मिनिस्टर हैं, वो कहते हैं कि मैं बर्तन मांजता था और चाय बेचता था. सियासी तौर पर हम उनके खिलाफ हैं, लेकिन कम से कम वे असलियत वे नहीं छिपाते हैं. आपने अपनी असलियत छिपाई तो आप एक ख्याली और बनावटी दुनिया में रहते हैं. आदमी को अपनी असलियत पर फख्र होना चाहिए.
पूर्व राज्यसभा सांसद आजाद ने कहा, मैं दुनिया के सौ से ज्यादा मुल्कों में घूमा हूं, 5 सितारा औऱ 7 सितारा होटलों में भी ठहरा हूं, लेकिन जब मैं अपने गांव के लोगों से मिलता हूं, फिर चाहे उनके कपड़े ज्यादा धुले हुए न हों, तो अलग सी खुशबू आती है. उसका अलग ही मजा है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ( Kapil Sibal) ने शनिवार को कहा किहमें लगता है कि कांग्रेस कमजोर हो रही है , लेकिन अनुभवी नेता गुलाम नबी आज़ाद के गहरे राजनीतिक अनुभव का इस्तेमाल नहीं कर रही है. मनीष तिवारी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज बब्बर और आनंद शर्मा सहित कई पार्टी नेता शामिल हुए. कांग्रेस के इन नेताओं को ‘जी-23' भी कहा जाता है. ये उन 23 कांग्रेस सदस्यों में से हैं जिन्होंने हाल ही में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर संगठनात्मक सुधार की मांग की थी.