नेताओं जैसे लाइफस्टाइल का शौक... आयोग का फर्जी अध्यक्ष बन पुलिस एस्कॉर्ट लेकर घूमने लगा, ऐसे धरा गया

खुद को मानव अधिकार न्याय आयोग का अध्यक्ष (fake Human Rights Justice Commission Chairman) बताने वाला शख्स इतना शातिर था कि उसने रौब झाड़ने के लिए फर्जी लेटर हेड भी छपवा रखे थे. अब उसकी पोल खुल चुकी है. देखिए पिंटू तोमर की रिपोर्ट...

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
गाजियाबाद में आयोग का फर्जी अध्यक्ष गिरफ्तार.
गाजियाबाद:

गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने एक फर्जी मानव अधिकार न्याय आयोग अध्यक्ष को गिरफ्तार किया है. दसवीं पास यह शख्स खुद को उत्तर प्रदेश के मानव अधिकार न्याय आयोग का अध्यक्ष बताकर लोगों को झांसे (Ghaziabad Crime News) में लेता था. फर्जी अधिकारी पिछले कई महीने से पुलिस से एस्कॉर्ट यातायात सुरक्षा आदि ले रहा था. पुलिस ने जब पता लगान की कोशिश की तो ऐसा कोई व्यक्ति नहीं मिला. हैरान करने वाली इस फर्जी अधिकारी के लेटर पैड पर अशोक की लाट भी थी.

फर्जी अधिकारी बन पुलिस को दे रहा था चकमा

गाजियाबाद में एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद राय ने बताया कि गाजियाबाद जिला अधिकारी के यहां अनस मलिक नाम के व्यक्ति का एक लेटर आया था, जिसमें लेटर पैड पर राष्ट्रीय चिन्ह अशोक की लाट नीति आयोग और अध्यक्ष मानव अधिकार न्याय आयोग उत्तर प्रदेश की स्टांप थी.वह चाहता था कि उसके गाजियाबाद दौरे के दौरान उसे पुलिस सुरक्षा एस्कॉर्ट और यातायात सुरक्षा मिले. 

Advertisement

पुलिस ने जब जांच करवाई तो इस तरह का कोई शख्स मिला ही नहीं. जिसके बाद अनस मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया. यह शख्स इतना शातिर है कि इसके पास से अर्दली का साफा, लेटर पैड और उत्तर प्रदेश सरकार और ह्यूमन राइट लिखी हुई कार भी थी. पुलिस ने इन सभी चीजों को उसके पास से बरामद कर लिया है.

Advertisement

पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह पहले फोर सीलिंग का काम करता था और सिर्फ दसवीं पास है. धीरे-धीरे नेताओं के संपर्क में आने के बाद उनको पुलिस सुरक्षा और अन्य सुविधा लेते देख उसका भी इस तरह का लाइफस्टाइल जीने का मन करने लगा.  इसके बाद उसने फर्जी लेटर हेड छपवा लिया. जब भी उसे कहीं जाना होता था तो वह उसलेटर हेड को मेल कर देता था. इसके साथ वह निजी सचिव स्टाफ, कार चालक पीएसओ आदि का नाम और नंबर भी लिख देता था.

Advertisement

वह इतना शातिर था कि  अपने साथ चलने वाले व्यक्ति को सफेद कपड़े पहनकर अर्दली का साफा लगवा देता था.  हरान करने वाली बात यह है कि इसी धांधली के दम पर वह कई बार पुलिस की सुरक्षा ले चुका था.  लोगों की नौकरी लगवाने के नाम पर भी वह पैसे ऐंटने का काम करता था. अब अनस पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है. 

Advertisement


 

Featured Video Of The Day
Tahawwur Rana Extradition: क्या है Anda Cell जिसमें रखा जाएगा मुंबई हमले का आंतकी तहव्वुर राणा?