"कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई जीतने के लिए गलत तरीका अपना रहे गहलोत": गजेंद्र सिंह शेखावत  

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत(Gajendra Singh Shekhawat) ने अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस (Congress) की अंदरूनी लड़ाई जीतने के लिए गहलोत गलत तरीका अपना रहे हैं.

Advertisement
Read Time: 15 mins
नई दिल्ली:

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के बयान पर पलटवार किया है. शेखावत ने कहा, "गहलोत नंबर एक के झूठे हैं. इतने ही सच्चे हैं तो करोड़ों लेने वालों पर केस क्यों नहीं दर्ज कराया अब तक? ये कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई है, जिसे जीतने के लिए गहलोत जी हर नाजायज तरीका इस्तेमाल कर रहे हैं. वे अपने विरोधी खेमे को गद्दार साबित करना चाहते हैं. अशोक गहलोत ने कहा था कि 2020 में हमारी सरकार गिराने की कोशिश के समय पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा नेता कैलाश मेघवाल ने साजिश का समर्थन नहीं किया था.

उन्होंने कहा था कि हमारे यहां पैसे के बल पर सरकार गिराने की परंपरा नहीं है. इनकी अंतरात्मा ने कहा कि हमें ऐसे लोगों का साथ नहीं देना चाहिए. दोनों नेताओं ने मेरी सरकार बचाने में मदद की. भाजपा विधायक शोभारानी कुशवाह ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ दिया. अशोक गहलोत के इस बयान के बाद से राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया है.

वुसंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत दोनों ही अपना बचाव करते हुए दिखाई दे रहे हैं. सीएम गहलोत के बयान पर वसुंधरा ने कहा है कि 2023 में होने वाली हार से डर कर अशोक गहलोत झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने उन अमित शाह पर आरोप लगाया है, जिनकी ईमानदारी और सत्य निष्ठा सर्वविदित है. रिश्वत लेना और देना दोनों अपराध हैं. अगर उनके विधायकों ने पैसा लिया है तो अभी तक एफआइआर क्यों नहीं दर्ज कराई गई.

Advertisement

वसुंधरा ने कहा कि सच यह है कि अपनी ही पार्टी में हो रही बगावत और रसातल में जाते जनाधार के कारण बौखलाहट में उन्होंने ऐसे अमर्यादित और असत्य आरोप लगाएं हैं. उनके द्वारा मेरी तारीफ़ करना मेरे खलिाफ़ उनका एक बड़ा षड्यंत्र है. जीवन में मेरा जितना अपमान गहलोत ने किया है कोई कर ही नहीं सकता.

Advertisement

यह भी पढ़ें : 

Featured Video Of The Day
Lebanon Pager Blast: पहले पेजर फिर वॉकी टॉकी, क्या हमलों के पीछे Israel की खुफिया Agency Mossad?