पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बूटा सिंह (Buta Singh) का शनिवार को निधन हो गया. वह 86 साल के थे. बूटा सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं ने शोक जताया है. बूटा सिंह को पिछले साल ब्रेन हेमरेज के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था और वह गत वर्ष अक्टूबर महीने से कोमा में थे. उनके परिवार ने बताया कि बूटा सिंह का शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे एम्स में निधन हो गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बूटा सिंह के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि बूटा सिंह जी एक अनुभवी प्रशासक थे. उन्होंने गरीबों के साथ-साथ समाज में हाशिये पर पड़े लोगों की आवाज उठाई. उनके निधन से दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ है."
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य नेताओं ने बूटा सिंह के निधन पर दुख जताया. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘सरदार बूटा सिंह जी के देहांत से देश ने एक सच्चा जनसेवक और निष्ठावान नेता खो दिया है. उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा और जनता की भलाई के लिए समर्पित कर दिया, जिसके लिए उन्हें सदैव याद रखा जाएगा. इस मुश्किल समय में उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं.''
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने लिखा, "पूर्व सांसद बूटा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं. वे समाज के वंचित-अभावग्रस्त वर्ग की सशक्त आवाज थे. देश के लिए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें. शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदनाएं. ॐ शांति."
बूटा सिंह ने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में केंद्रीय गृह मंत्री समेत कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं. इसके साथ ही वह बिहार के राज्यपाल और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष भी रहे.
(भाषा के इनपुट के साथ)