- पूर्व राष्ट्रपति के परिवार ने मंत्री जयकुमार रावल पर उनकी पुश्तैनी जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया है
- प्रतिभा पाटिल के परिवार ने दावा किया कि कोर्ट ने जमीन का स्वामित्व उनके पक्ष में किया था
- मंत्री जयकुमार रावल पर विवादित जमीन पर गैरकानूनी रूप से खेती करने का आरोप
भारत की पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के परिवार ने महाराष्ट्र के मंत्री जयकुमार रावल पर धुले जिले में उनकी पुश्तैनी ज़मीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाया है. आरोप है कि मंत्री जयकुमार रावल और उनके परिवार ने पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और उनके भाइयों के नाम पर दोंडाईचा स्थित ज़मीन पर अवैध रूप से कब्ज़ा कर लिया है. पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के भतीजे किशोर सिंह दिलीप सिंह पाटिल और उदय गजेंद्र पाटिल ने जलगांव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये आरोप लगाए.
पूर्व राष्ट्रपति के भाई और भतीजे ने लगाए ये आरोप
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, प्रतिभा पाटिल के भाई और भतीजे ने दावा किया कि कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में आने के बाद भी, बीजेपी मंत्री जयकुमार रावल अपनी राजनीतिक शक्ति और डराने-धमकाने की रणनीति का इस्तेमाल करते हुए विवादित जमीन पर कब्जा किए हुए हैं. ये विवाद कई एकड़ कृषि भूमि से संबंधित है, जो पूर्व राष्ट्रपति और उनके भाई-बहनों की सह-स्वामित्व वाली बतायी जाती है. पाटिल परिवार ने बताया कि रावल ने पहले ज़मीन पर कानूनी दावा किया था, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था और पाटिल परिवार के स्वामित्व की पुष्टि की थी.
रावल पर अदालत के फैसले की अनदेखी का आरोप
हालांकि, उनका आरोप है कि रावल और उनके समर्थकों ने अदालत के फैसले की अनदेखी की है और परिसर खाली करने से इनकार कर दिया है. उदय पाटिल (पूर्व राष्ट्रपति के भतीजे) ने कहा, "जब हमने अदालत के निर्देश के अनुसार अपनी ज़मीन वापस लेने की कोशिश की, तो हमें जयकुमार रावल के प्रति वफादार व्यक्तियों ने रोका और हमें दूर धकेल दिया." उन्होंने आगे कहा, "अदालत का फैसला हमारे पक्ष में होने के बावजूद, हमें रावल और स्थानीय बदमाशों से लगातार उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है."
गैरकानूनी रूप से जमीन पर की जा रही है खेती
उदय पाटिल ने यह भी आरोप लगाया कि रावल, जो एक जाने-माने भाजपा नेता और सिंदखेड़ा से वर्तमान विधायक हैं, अपने वैध दावे को रोकने के लिए अपनी मंत्री पद की शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं. उदय पाटिल ने आगे कहा, "वह गैरकानूनी रूप से ज़मीन पर खेती कर रहे हैं. अब जब हमने अपना केस जीत लिया है, तो वे इसे सौंपने से इनकार कर रहे हैं. उन्होंने हमें डराने के लिए अपराधी भी भेजे हैं."
उन्होंने आगे कहा, "पुलिस ने उनका पूरा समर्थन किया है. जब हमने मामले की सूचना दी, तो कोई कार्रवाई नहीं की गई. अगर एक पूर्व राष्ट्रपति के परिवार के साथ ऐसा हो सकता है, तो एक आम नागरिक क्या करे?" पाटिल परिवार अदालत के फैसले को लागू करने और ज़मीन का अपना राइटफुल ऑनरशिफ रिस्टोर करने के लिए उच्च अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई का आग्रह कर रहा है. फिलहाल इस मामले में लगाए गए आरोपों पर मंत्री जयकुमार रावल के जवाब का इंतज़ार है.