उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभावित इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण

मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ प्रदेश के दो मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं. आपदा से जनहानि होने पर प्रत्येक व्यक्ति को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देने की व्यवस्था है.’’

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मुख्यमंत्री ने इटावा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया.
औरैया/इटावा :

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सोमवार को औरैया और इटावा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात की. उन्होंने प्रभावितों के बीच राहत सामग्री वितरित की.सोमवार को जारी सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ एवं आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने जिले में आपदा राहत कार्यों की जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित मुन्नी देवी, आशा देवी, समता देवी, विनीता, देवेन्द्र कुमार, अंकुर, रामजी, सुभाष चन्द्र सहित 26 परिवारों को राशन किट वितरित की. उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा लगातार राहत कार्य किया जा रहा है. उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार द्वारा सभी प्रभावित को हर सम्भव राहत व मदद उपलब्ध करायी जाएगी.

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मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ प्रदेश के दो मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं. आपदा से जनहानि होने पर प्रत्येक व्यक्ति को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देने की व्यवस्था है.'' उन्होंने कहा कि यदि किसी का मकान पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गया है, तो उसे पात्रता के आधार पर मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिया जाए. उनके अनुसार प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि तलहटी में बसे जिन गांवों में हर वर्ष बाढ़ की सम्भावना रहती है, वहां के निवासियों को ऊँचें स्थानों पर बसाने की व्यवस्था की जाए. उनका कहना था कि उन्हें ग्राम पंचायत की जमीन पर अथवा जमीन की व्यवस्था कर उनका पुनर्वास किया जाए.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में भारी बारिश होने के कारण जनपद औरैया के 13 राजस्व ग्रामों के लोग प्रभावित हुए हैं. इटावा से मिली खबर के अनुसार आदित्यनाथ ने जिले में बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के उपरान्त जिला मुख्यालय पर पुलिस लाइन सभागार में अपने संक्षिप्त संबोधन मे उपस्थित अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, बाढ पीडितों को संबोधित करते हुए कहा कि कोटा बैराज से भारी मात्रा में चंबल नदी में जल छोड़े जाने से इटावा औरैया सहित अन्य जनपदों में आई बाढ़ से उत्पन्न परिस्थितियों पर राज्य सरकार की पहले से नजर रखी जा रही थी. मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि अब नदियों का जलस्तर गिरने लगा है, ऐसे में सभी अधिकारी, जनप्रतिनिधि बाढ़ ग्रस्त इलाकों में पुनर्वास राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाएं.

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सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने इटावा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. तत्पश्चात् उन्होंने पुलिस लाइंस में बाढ़ प्रभावित लोगों से भेंट की. इस अवसर पर उन्होंने प्रभावितों को राहत सामग्री वितरित की. उन्होंने पुलिस लाइंस सभागार में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ एवं आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने आपदा राहत कार्यों की जानकारी प्राप्त की. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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