- DGCA ने इंडिगो एयरलाइन के चार फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टरों को लापरवाही के कारण बर्खास्त किया है
- इंडिगो की सुरक्षा नियमों की अनुपालना में चूक के कारण हजारों उड़ानें रद्द होकर यात्रियों को गंभीर असुविधा हुई
- DGCA ने गुरुग्राम स्थित एयरलाइन कार्यालय में 2 निगरानी टीमें तैनात कर परिचालन की दैनिक रिपोर्टिंग शुरू कराई है
इंडिगो मामले में 4 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर गाज गिरी है, जिन्हें बर्खास्त कर दिया गया है. भारत के विमानन नियामक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो एयरलाइन की सुरक्षा और फ्लाइट ऑपरेशंस की निगरानी करने वाले चार इंस्पेक्टर्स को बर्खास्त कर दिया है. सूत्रों के अनुसार, एयरलाइन के निरीक्षण और निगरानी में लापरवाही के कारण यह कार्रवाई की गई है.
सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने में विफल रहने के कारण इंडिगो ने इस महीने हजारों उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे देश भर में हजारों यात्री फंसे रह गए. सूत्रों के अनुसार, डीजीसीए ने क्रू उपयोग और रिफंड सहित विभिन्न परिचालनों की निगरानी के लिए गुरुग्राम स्थित एयरलाइन कार्यालय में दो टीमें तैनात की हैं. ये 'निगरानी टीमें' नियामक को शाम 6 बजे तक प्रतिदिन रिपोर्ट करेंगी. पहली टीम एयरलाइंस का कुल बेड़ा, पायलटों की संख्या, क्रू के काम के घंटे, स्टैंडबाय क्रू, प्रति दिन उड़ानें और क्रू की कमी के कारण प्रभावित क्षेत्रों की कुल संख्या जैसे पहलुओं की जांच कर रही है. यह परिचालन की पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए औसत फ्लाइट टाइम (एक उड़ान से लेकर लैंडिंग तक एक ही चरण में तय की गई दूरी) और एयरलाइन के नेटवर्क पर भी नजर रखेगा.
डीजीसीए ने इंडिगो के CEO को फिर बुलाया
इधर, विमानन नियामक डीजीसीए ने उड़ानों में जारी व्यवधान के मद्देनजर इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पीटर एल्बर्स को शुक्रवार को फिर से उसके समक्ष पेश होने को कहा है. डीजीसीए ने पिछले सप्ताह संयुक्त महानिदेशक संजय ब्रह्मणे, उप महानिदेशक अमित गुप्ता, वरिष्ठ उड़ान संचालन निरीक्षक कपिल मंगलिक और लोकेश रामपाल सहित चार सदस्यीय पैनल का गठन किया था, जिसे राहुल भाटिया के नियंत्रण वाली घरेलू एयरलाइन में व्यापक परिचालन व्यवधानों के मूल कारणों की पहचान करने का दायित्व सौंपा गया था.
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पांच दिसंबर को एक ही दिन में रिकॉर्ड 1,600 उड़ानें हुई थीं रद्द
विमानन कंपनी ने मंगलवार को कहा था कि उसका परिचालन स्थिर हो गया है और सामान्य स्तर पर लौट आया है. हालांकि उड़ानों के रद्द होने का सिलसिला जारी रहा और उसने पांच दिसंबर को एक ही दिन में रिकॉर्ड 1,600 उड़ानें रद्द कर दीं. वित्त वर्ष 2025-26 के शीतकालीन कार्यक्रम के तहत विमानन कंपनी प्रतिदिन 2,200 से अधिक उड़ानें संचालित कर रही थी. इसे नागर विमानन मंत्रालय के 10 दिसंबर के आदेश के अनुसार पहले ही 10 प्रतिशत तक कम कर दिया गया.














