नई दिल्ली. भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान समूह के स्वास्थ्य कार्यसमूह की पहली बैठक 18 से 20 जनवरी तक तिरुवनंतपुरम में होगी. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य आपात स्थिति का पता लगाना, तैयारियों और प्रतिक्रिया, दवाओं के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना, डिजिटल स्वास्थ्य नवोन्मेष और समाधान, तीन ऐसी चीजें हैं, जिन्हें जी20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान स्वास्थ्य क्षेत्र में प्राथमिकता दी जा रही है.
मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य आपात स्थिति के प्रति एहतियात, तैयारियां और प्रतिक्रिया ‘वन हेल्थ' का फोकस रहेगा और एंटीबायोटिक के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित होना एजेंडे में शीर्ष पर रहेंगे. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा दवाओं के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत बनाने पर ध्यान दिया जाएगा, ताकि सभी तक सुरक्षित, प्रभावी, गुणवत्तापूर्ण और सस्ती दवाएं/उपकरण आदि पहुंच सकें.
मंत्रालय ने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य नवोन्मेष और समाधान ‘वैश्विक स्वास्थ्य सुविधाओं' में सहायक होगा और विभिन्न जगहों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाएगा. भारत एक दिसंबर, 2022 से जी20 का अध्यक्ष बना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहराया कि जी20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान समूह समेकित भाव से ठोस कदम उठाएगा. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई थीम ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर' भारत की ‘वसुधैव कुटुंबकम' की विचारधारा के समान है.
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