अरब सागर में लगी आग : सिंगापुर का कंटेनर जहाज अब भी धधक रहा, चार क्रू सदस्य लापता

जहाज़ में 2,007 मीट्रिक टन वेरी लो सल्फर फ्यूल ऑयल (VLSFO) और 242 मीट्रिक टन मरीन गैस ऑयल भी मौजूद था. ये सभी अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ हैं, जिनमें एक बार आग लग जाने पर उसे बुझाना बेहद कठिन हो जाता है.

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कोच्चि से कुछ दूरी पर अरब सागर में सोमवार सुबह आग की चपेट में आए सिंगापुर के कंटेनर पोत ‘वान हाई 503' में अब तक आग नहीं बुझ सकी है. शुरुआत में जहाज पर जोरदार धमाका हुआ, जिसके बाद भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना के युद्धपोत लगातार आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके बावजूद जहाज अब भी धू-धू कर जल रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार- इस जहाज पर कुल 1,754 कंटेनर लदे हुए थे, जिनमें से 157 कंटेनरों में खतरनाक IMDG कार्गो (अंतरराष्ट्रीय समुद्री खतरनाक वस्तुएं) था. इनमें संक्षारक रसायन, ठोस ज्वलनशील पदार्थ, अल्कोहल युक्त नाइट्रोसेल्यूलोज़ और अन्य पर्यावरण के लिए हानिकारक पदार्थ शामिल थे.

इसके अलावा जहाज़ में 2,007 मीट्रिक टन वेरी लो सल्फर फ्यूल ऑयल (VLSFO) और 242 मीट्रिक टन मरीन गैस ऑयल भी मौजूद था. ये सभी अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ हैं, जिनमें एक बार आग लग जाने पर उसे बुझाना बेहद कठिन हो जाता है. इस पोत ने सोमवार सुबह लगभग 9:30 बजे मुंबई की ओर जाते समय कुछ कंटेनरों में विस्फोट की सूचना दी थी. इसके बाद आग ने भीषण रूप ले लिया और लगभग 15 से 20 कंटेनर समुद्र में गिर गए. जहाज पर सवार 18 क्रू सदस्यों ने जान बचाने के लिए लाइफ राफ्ट के जरिए समुद्र में छलांग लगा दी, जिन्हें भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना के पोतों ने सुरक्षित बचा लिया। हालांकि, 4 क्रू सदस्य अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश और बचाव कार्य जारी है.

लापता सदस्यों की पहचान इस प्रकार है:
      •     यू बो-फोंग (32 वर्ष, ताइवान)
      •     सान विन (53 वर्ष, म्यांमार)
      •     ज़ायनल आबिदीन (36 वर्ष, इंडोनेशिया)
      •     ह्शिए चिया-वेन (41 वर्ष, ताइवान)

भारतीय तटरक्षक बल ने आईसीजीएस सचेत, समुद्र प्रहरी, अर्णवेष, राजदूत और सी-144 विमान को आग बुझाने और खोज एवं बचाव (SAR) अभियान में लगाया है. इसके साथ ही भारतीय नौसेना ने आईएनएस सूरत को भी तैनात किया है. यह पोत इस समय तट से लगभग 88 समुद्री मील दूर बहाव में है. महानिदेशालय नौवहन (DG शिपिंग) ने सहायता के लिए ईटीवी वॉटर लिली और ऑफशोर वॉरियर को सक्रिय किया है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी संबंधित एजेंसियों की आपात बैठक बुलाई गई है, ताकि स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके. इस बीच भारतीय तटरक्षक बल का डॉर्नियर विमान लगातार हवाई निगरानी कर रहा है. क्षेत्र में मौजूद सभी वाणिज्यिक जहाज़ों को घटनास्थल से दूर रहने और समुद्र में बहते कंटेनरों व मलबे से सावधान रहने की सलाह दी गई है.

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