अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एक्स स्टूडेंट शर्जील उस्मानी के खिलाफ पुणे में एक मामला दर्ज किया गया है. उस्मानी के खिलाफ यह मामला इस आरोप में दर्ज किया गया कि एल्गार परिषद के एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने भाषण के जरिए विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को कथित रूप से बढ़ावा दिया. महाराष्ट्र में विपक्षी दल भाजपा ने उस्मानी पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने बताया कि उस्मानी के खिलाफ भादंसं की धारा 153 (ए) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि उस्मानी के खिलाफ भाजपा युवा मोर्चा के स्थानीय नेता प्रदीप गावड़े ने शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है.
इससे पहले पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि शरजील उस्मानी के खिलाफ राज्य की सरकार को जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.'अपने पत्र में फडणवीस ने लिखा है कि ''हिन्दवी स्वराज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र में कोई भी आए और यहां का माहौल खराब करके चला जाए, यह हमें मंजूर नहीं है. शरजील उस्मानी नामक दुर्भावना से युक्त युवा महाराष्ट्र में आकर हिन्दू समाज को अपमानित करता है और उसके ऊपर अभी तक कोई कानूनी कार्रवाई राज्य सरकार द्वारा नहीं की जाती है, यह आश्चर्यजनक है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने अपने पत्र में इस बात का ज़िक्र किया है कि 30 जनवरी 2021 को एल्गार परिषद पुणे में दिए हुए अपने भाषण में शरजील उस्मानी ने हिन्दू समाज के खिलाफ क्या कहा था. शरजील उस्मानी ने कहा था कि ‘आज का हिन्दू समाज, हिंदुस्तान में हिंदू समाज बुरी तरीके से सड़ चुका है. ये जो लोग लिंचिंग करते हैं, कत्ल करते हैं, ये कत्ल करने के बाद अपने घर जाते हैं तो क्या करते होंगे अपने साथ? कोई नए तरीके से हाथ धोते होंगे, कुछ दवा मिलाकर नहाते होंगे. क्या करते हैं ये लोग कि वापस आकर हमारे बीच खाना खाते हैं, उठते-बैठते हैं, फिल्में देखते हैं. अगले दिन फिर किसी को पकड़ते हैं फिर कत्ल करते और नॉर्मल लाइफ जीते हैं. अपने घर में मोहब्बत भी कर रहे हैं, अपने बाप का पैर भी छू रहे हैं, मंदिर में पूजा भी कर रहे हैं, फिर बाहर आकर यही करते हैं...'