धान की बंपर फसल के बाद भी तेलंगाना के किसान परेशान हैं. राज्य के धान ख़रीद केंद्रों में अपनी फसल बेचने के लिए किसानों को महीनों तक इंतज़ार करना पड़ रहा है. इस दौरान खुले में रखी उनकी फसल भी बारिश में खराब हो रही है. खरीद केंद्र के अधिकारी धान में नमी की मात्रा 17 से कम होने पर ही खरीद करते हैं लेकिन बारिश के कारण नमी की मात्रा भी अधिक है.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने किसानों से कहा है कि रबि में आप धान मत उगाइए क्योंकि आपको खरीदने वाला कोई नहीं मिलेगा. क्योंकि केंद्र सरकार ने मना कर दिया है, जिसके बाद राज्य सरकार ने तय किया है कि अब कोई धान की फसल नहीं खरीदी जाएगी. केंद्र सरकार का कहना है कि यहां उगाए जाने वाले चावल को खरीदने वाला कोई नहीं है.
साथ ही राज्य सरकार का कहना है कि पिछले साल का ही रबि का पांच लाख टन धान केंद्र सरकार की ओर से खरीदा नहीं गया. सांसद भी इसलिए ही प्रदर्शन कर रहे हैं कि एक राष्ट्रीय नीति बनाई जाए, ताकि हर राज्य की फसल को खरीदा जा सके.
किसान अपनी धान सरकारी खरीद केंद्र पर इसलिए ला रहे हैं, क्योंकि यहां पर 1960 रुपए प्रति क्विंटल खरीदा जा रहा है, जबकि बाहर इसकी कीमत 1400 रुपए प्रति क्विंटल दी जा रही है.
खरीद केंद्र पर इंतजार कर रहे एक किसान का कहना है कि उनके खेत में ना मक्का और ना ही दाल उग सकता. इसलिए धान उगाया गया था, उसे खरीदना चाहिए.