Farmers' Protest : कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन को लेकर अब राजनीतिक पार्टियां भी सक्रिय रूप से हलचल पैदा कर रही है. सोशल मीडिया पर या बयानबाजी के जरिए सरकार की आलोचना कर रहीं पार्टियां अब विरोध-प्रदर्शन का रुख भी कर रही हैं. उत्तर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने सोमवार को पूरे प्रदेश में किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध-प्रदर्शन का आयोजन किया था, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने पार्टी को प्रदर्शन का आयोजन करने की अनुमति नहीं दी है.
समाजवादी पार्टी आज पूरे प्रदेश में विभिन्न-विभिन्न जगहों पर प्रदर्शन करने वाली थी. पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कन्नौज जिले में एक प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले थे, लेकिन कन्नौज पुलिस ने कोविड प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी है. यहां तक कि कन्नौज में पार्टी के कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया.
वहीं, लखनऊ में अखिलेश यादव के आवास को जाने वाले विक्रमादित्य रोड पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है. यहां पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और अधिकारी तैनात थे. यहां भी अखिलेश के आवास की ओर बढ़ रहे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में से कईयों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
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पुलिस विपक्षी पार्टी को प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दे रही है.
इसके पहले अखिलेश यादव ने लोगों से 'किसान यात्रा' में शामिल होने का आह्वान किया था. उन्होंने सोमवार को कुछ ऐसा ट्वीट किया, 'क़दम-क़दम बढ़ाए जा, दंभ का सर झुकाए जा... ये जंग है ज़मीन की, अपनी जान भी लगाए जा.' समाजवादी पार्टी की तैयारी देखते हुए अखिलेश यादव के आवास के आसपास के इलाके को बकायदा बैरिकेडिंग वगैरह करके सील कर दिया गया है.